शून्य!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शून्य – Shunya. Blank, Empty, Void, Zero, Cipher. रिक्त, खाली, सर्व द्रव्यों का अभाव शून्य दोष कहलाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शून्य – Shunya. Blank, Empty, Void, Zero, Cipher. रिक्त, खाली, सर्व द्रव्यों का अभाव शून्य दोष कहलाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समानाधिकरण – Samaanaadhikarana. Synatactic relation, co-ordinate status (of words etc). भिन्न प्रवृत्ति मे जो निमित है ऐसे विभिन्न शब्दों की एक ही अर्थ मे वृत्ति होना समान्याधिकरण है।
चंद्रकूट A summit of Ruchak mountain, Name of a summit of Vakshar mountain and its deity. रूचक पर्वत का एक कूट , वक्षारगिरि के कूट व देव का नाम ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्तिबुक संक्रमण – Stibuka samkramana. Simultaneous fruition of non-rising karmic nature with another rising one. गति, जाति आदि पिेड प्रकृतियो मे से जिस किसी विवक्षित प्रकृति के उदय आने पर अनुदय प्राप्त शेष प्रकृतियो का जो उसी प्रकृति मे संक्रमण होकर उदय आता है उसे स्तिबुक संक्रमण कहते है। जैसे एकेन्द्रिय जीवो के उदय…
चित्रकर्म Paintings or Statues of deities, human or hellish beings in dancing mood. पट , भक्ति , काष्ठ आदि का तख्ता आदि पर नाचने आदि क्रिया में प्रवृत्त देव , नारकी , तिर्यंच एवं मनुष्यों की प्रतिमाओं को चित्रकर्म कहते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चिन्तवन Rethinking on a particular subject. किसी विषय पर बार-बार चिंतन करना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुभ परिणाम – Shubha Parinaama. Auspicious & meritorious result (of beings). दान पूजा आदि षट आवश्यक रूप जीवों के शुभ परिणाम, इसे ही भावपुण्यकहते हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुभकरण चिन्ह – Shubhakarana Chinha. Virtuous symbols (marks)on the body. सम्यक्त्व या अवधिज्ञानी के नाभि के ऊपर शंख आदि शुभ आकार वाले चिन्ह “
चन्दनपष्ठी व्रत A particular vow to be followed for 6 years. ६ वर्ष तक प्रतिवर्ष भाद्रपद कृष्णा छठ तिथि को उपवास करना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सुरपादपSurapaadapa. Kalpavriksh (wishfulfilling trees) of heaven. स्वर्गो में होने वाले कल्पवृक्ष ।