प्रमत्तयोग!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रमत्तयोग- कशाय सहित मन वचन काय की प्रवित्ति। Pramattayoga- Vibration due to passions, which agitate mind, body or speech
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रमत्तयोग- कशाय सहित मन वचन काय की प्रवित्ति। Pramattayoga- Vibration due to passions, which agitate mind, body or speech
तडित्प्रभ Name of some water reservoirs. देवकुरू का हृद (तालाब) , निषध पर्वत से उत्तर की ओर नदी के मध्य में स्थित 5 महाहृदों में एक हृद। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रभाकर भट्ट- आचार्य योगेन्दुदेव के षिश्य एक दिगम्बर साधु, जिनको सम्बोधित करते हुए इन्होने “परमात्मा प्रकाष” ग्रंथ की रचना की है। Prabhakarabhatta- A Digambar Jain saint, disciple of Yogendudeva Acharya
चन्द्रहास Name of a divine sword of Ravan. एक खड्ग ; रावण ने इसे साधनपूर्वक सिद्ध किया था ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सहसा निक्षेप – Sahasaa Nikshepa. Sudden installation of something due to some fear etc. निक्षेपाधिकरण के 4 भेदों में एक भेद । यकायक किसी भय से या किसी अन्य कार्य करने की शीघ्रता से वस्तु को रख देना । यह अजीवाधिकरण आस्रव का एक कारण है।
चन्द्रद्वीप Name of a Drah (large pond or lake). लवणसागर में स्तित एक द्वीप ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रयोग्य लब्धि- सम्यग्दर्षन की प्राप्ति में आधारभूत 5 उब्धियों में से चतुर्थ लब्धि, सर्व कर्मो की उत्कृश्ट स्थिति और उत्कृश्ट उनुभाग को घात करके अंतःकोड़ाकोडी स्थिति और द्विस्थानीय अनुभाग में स्थित कर देना। PrayogyaLabdhi- A type of attainment (Labdhi) before getting Samyakdarshan, experimental competency attainment
गृह त्याग क्रिया Name of a dominion (Varsha Ritu Nivas) of Chakravarti (emperor). गर्भान्वय की ५३ एवं दीक्शान्वय की ४८ क्रिय्ताओं में एकः वैराग्यवान गृहस्थ द्वारा ज्येस्थ पुत्र को सर्व संपत्ति व कुटुंबपोषण का भार सौंपकरकर गृहत्याग कर दीक्षा लेना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
ऊर्ध्वगुरूत्व Upward attractive force. किसी चीज को ऊपर की तरफ ले जाने की सामर्थ्य उर्ध्वगुरूत्व है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रातिक देव- एक प्रकार का व्यंतरजातीय देव। Pratika Deva- A type of peripatetic deities