परमेष्ठी प्रकाशसार!
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परमेष्ठी प्रकाशसार – Name of a book.एक ग्रंथ का नाम ।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परमेष्ठी प्रकाशसार – Name of a book.एक ग्रंथ का नाम ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नंदिन – Namdina Name of the 3rd predestined Narayan. आगामी तीसरे नारायण का नाम ”
ऋषिपंचमी वृत्र A famous Jain vow. कुल 65 उपवास 5 वर्ष 5 महा तक आषाढ़ शुक्ल 5 से प्रारम्भ करके प्रतिमास 2-2 पंचमियों को उपवास करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] Name of a great Jaina saint. नन्दिसंध देशीयगण, माणिक्यनंदी के विद्या शिष्य, द्रव्यसंग्रहकार नेमिचन्द्र सैद्वांतिकदेव के शिष्य ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] साधारण गुण – Saadhaarana Guna. General virtues or qualities or properties of all matters. जे सब द्रव्यों में व्यापता है, उसे सामान्य गुण कहते है। इसके अस्तित्व, वस्तुत्व, द्रव्यत्व, प्रमेयत्व, अगुरूलघुत्व ये 6 भेद है।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परमानंद सूरि :Name of an Acharya.एक आचार्य का नाम । समय- ई0 स0 1142-1173 ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सादि नित्य पर्यायार्थिक नय – Saadi Nitya paryaayaarthika Naya. . a standpoint believing the existence of supreme soul. पर्यायार्थिक नय के 6 भेदो मे एक भेद। (परम भाव ग्राहक) शुद्व निश्चयनय को गौण करके, सम्पूर्ण कर्मों के क्षय से उत्पन्न तथा चरम शरीर के आकार रुप पर्याय से परिणत जो शुद्व सिद्व पर्याय है,…
ध्वनि Sound, Resonant preaching of Tirthankars (Jaina-Lords). शब्द, प्रतिध्वनि, कोलाहल, वाद्ययंत्र की ध्वनि, तीर्थंकरों की ओंकर रूप दिव्यध्वनि। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
ध्रुव अवग्रह Lasting apprehension. जो यथार्थ ग्रहण निरंतर होता है जैसा प्रथम समय में शब्द आदि का ज्ञान हुआ था आगे भी वैसा ही होता रहता है, कम या ज्यादा नहीं होता यह ध्रुव-अवग्रह है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]