देवपूजा!
देवपूजा Worshipping of Lord Arihant. श्रावक के षट्आवश्यक कत्र्तव्यों में प्रथम कत्र्तव्य अष्ट द्रव्यों से अरहंत, सिद्ध भगवन्तों की पूजा करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
देवपूजा Worshipping of Lord Arihant. श्रावक के षट्आवश्यक कत्र्तव्यों में प्रथम कत्र्तव्य अष्ट द्रव्यों से अरहंत, सिद्ध भगवन्तों की पूजा करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
आशीर्विश(वक्षार) Name of a mountain, its summit and protecting deity. अपर विदेह स्थित दक्षार तप से युक्त मुनि द्वारा ‘मर जाओ’ कहने पर जीव मर जाता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्माणlस्थल – Nirmaanasthala. A place under construction. निर्माणाधीन स्थल “
आषाढ़ A city in the south of Vijayardha mountain, The fourth month (lunar) of the Hindu year : June-July. विजयार्द्ध पर्वत की दक्षिण श्रेणी का एक नगर एक हिन्दी महीने का नाम (जून-जुलाई महा का समय)।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्धूम अग्नि – Nirdhooma Agni. Smokeless fire-one of the 16 dreams of the mother of Tirthankar (Jaina-Lord). तीर्थंकर की माता के 16 स्वप्नोंमें एक स्वप्न; जिसका फल कर्मरूपी ईंधन को जलाने वाला पुत्र होगा “
आहारत्याग Food taking procedure of Digambar Jain saints. अनशन प्रोषधोपवास सल्लेखना आदि में आहार का त्याग करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बाह्य परिग्रह – Bahya Parigraha. External material. क्षेत्र, वास्तु , धन , धान्य आदि समस्त बाह्य परिग्रह हैं “
त्रींद्रिय Living beings having three sense organs. जीव जिनके स्पर्शन , रसना और घ्राण इन तीन इन्द्रियधारी तिर्यंचों में जन्म हो। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निरुक्ति – Nirukti. Commentary, Explanation, Etymological interpretation of words. व्युत्पत्ति, शब्दों की व्युत्पत्ति (व्याकरण) सहित व्याख्या “