द्रव्य विशेष!
द्रव्य विशेष Excellence of a matter. जीव पुद्गलादि में अमूर्तिक-मूर्तिक विशेष धर्म । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्रव्य विशेष Excellence of a matter. जीव पुद्गलादि में अमूर्तिक-मूर्तिक विशेष धर्म । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
चिंताजननी Name of a jewel ‘Kankini’ of Chakravarti (emperor) used for lightening. चक्रवर्ती के १४ रत्नों में ‘ कंकिणी’ अजीव रत्ना , इससे अन्द्कार दूर किया जाता है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सम्यक्तव भावना – Samyaktva Bhaavanaa. Seven particular right reflection or volitions. संवेग, प्रषम, स्थैर्य, असंमूढ़ता, अस्मय, आस्तिक्य और अनुकम्पा ये 7 सम्यक्तव की भावनाएॅ है।
द्रव्य प्रत्याख्यान Resolution for the renunciation of non-acceptable matters. अयोग्य आहार, उपकरण वगैरह पदार्थों को ग्रहण नहीं करूँगा ऐसा संकल्प करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
चारित्र क्षायिक Conduct formed due to destruction of delusions. चारित्रमोहनीय के नाश से जो चारित्र प्राप्त हो । ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्पर्ष स्पर्ष विधान – Sparssana Sparssana Vidhaana. A type of Anuyogdwar (disquisition door).देखे- स्पर्ष अंतर विधान।
द्रव्य निबंधन Binding of two matters. जो द्रव्य जिन द्रव्यों का आश्रय करके परिणमन करता है , अथवा जिस द्रव्य का स्वभाव द्रव्यान्तर से प्रतिबद्ध है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
चौर्य व्यसन To be habitual in theft. चोरी करने की बुरी आदत ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्पद्र्वक वर्ग शलाका – Sparddhaka Varga Salaakaa. . Number of karmic aggregates in a group.एक स्पर्धक मे जितनी वर्गणाएं हो उनकी संख्या।
द्रव्य इंद्रिय Physical senses (for touch, taste, smell etc.) स्पर्शन, रसन, घ्राण, चक्षु और श्रोत ये 5 द्रव्य इंद्रियाँ होती हैं ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]