रथी!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रथी – राजाओं के पाच भेदो में से एक भेद, ये भेद हैं – अतिरथ, महारथ, समरथ, अध्र्र्र्र्थ, रथि। Rathi-A great warrior
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रथी – राजाओं के पाच भेदो में से एक भेद, ये भेद हैं – अतिरथ, महारथ, समरथ, अध्र्र्र्र्थ, रथि। Rathi-A great warrior
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रद्धानवाद – Shraddhaanavaada. A philosophical doctrine. एक एकांत मत दर्शन\वाद का नाम “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शोक वेदनीय – Shoka Vedaneeya. Karma causing sorrow or grief. मोहनीय कर्म के नोकषाय वेदनीय कर्म का एक भेद जिसके उदय से जीव शोक का वेदन (अनुभव) करता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रशंसा- गुणों को प्रकट करने का भाव प्रषंसा है। Prasansa- Commendation, Admiration
इंगिनी(मरण) A type of holy death, Voluntary death. सल्लेखना का एक भेद शास्त्रविधि पूर्वक क्रमशः आहार का त्याग करके स्वाश्रित रहकर दूसरे के द्वारा वैयावृत्ति आदि नहीं कराते हुए समाधि ली जाती है इस प्रकार की सल्लेखना उत्तम संहनन के धारी लेते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चन्द्रप्रज्ञप्ति A type of scriptural knowledge (Shrutgyan), A Shvetambar book and also the name of a book written by Acharya Amitgati. अंगश्रुत ज्ञान का एक भेद; इसमें की आयु , परिवार , ऋद्धि आदि का लाख ५००० पदों में वर्णन झाई , एक श्र्वेताम्बर ग्रन्थ एवं आचार्य अमितगति द्वारा रचित एक ग्रन्थ ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रत्याख्यानावरण कशाय- pratyakhyanavarana kasaya Passions obscuring or causing destruction of complete right conduct. जो कशाय सकल चारित्र का घात करे, इसके क्रोध आदि भेद है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] योगषल्य – षल्य का एक भेद, असंयम में प्रवृत्ति होना। Yogasalya-uncontrolled conduct (A type of Sting)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रविवयकहा – नेमिचंद्र – 6 द्वारा कृत एक अपभ्रंष ग्रंथ। Ravivayakaha-name of a book in Apabhransha language
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यथातथानुपूर्वी–Yathatathanupurvi. See – Yatrattranupurvi. देखें –यत्रतत्रानुपूर्वी”