द्विपृष्ठ!
द्विपृष्ठ The second Narayana of the present era. वर्तमान भव में द्वितीय नारायण, जिसने कोटिशिला को अपने मस्तक तक ऊपर उठा लिया था।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्विपृष्ठ The second Narayana of the present era. वर्तमान भव में द्वितीय नारायण, जिसने कोटिशिला को अपने मस्तक तक ऊपर उठा लिया था।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हरिविजय – Harivijaya. Name of a summit of Nishadh mountain and its governing deity. निषध पर्वत का कूट तथा उसका स्वामी देव।
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हरित – Harita. Name of a famous river of Haritkshetra (region) of Jambudvip (island). जम्बूद्वीप के हरितक्षेत्र की प्रसिद्व नदी। 14 महानदियो मे यह 5 वीं नदी है। तिगिंछ सरोवर से निकलती है।
उदयादित्य Name of a king and a Kannad poet. भोजवंशी राजा जयसिंह के पुत्र (नरवर्मा के पिता मालवा देश के राजा-ई. 1058-1093) उदयादित्यालंकार के रचयिता एक कन्नड कवि (ई. 1150)। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हयग्रीव – भ्ंलंहतपपअंण् छंउम व िजीम 8जी चतमकमेजपदमक च्तंजपदंतंलंदण् भावीकालीन 8वे प्रतिनारायण का नाम।
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हंसगर्भ – Hammsagarbha. Name of the 10th city situated in the north of vijayardh mountain. विजयार्ध पर्वत की उत्तर श्रेणी का 10 वां नगर।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परद्रव्य:Alien substance-any substance other than self. आत्म द्रव्य से अन्य समस्त सचित्त एवं अचित्त द्रव्य ।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विभंगा – Vibhamga. A particular classification of 12 rivers in the east & west videh Kshetras (regions). पूर्व व अपर विदेहों में स्थित १२ नदियां “
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वार्थ – Svaartha. Spiritual upliftment of own soul. प्रोपकार की अपेक्षा न करके स्व-अर्थ अर्थात् आत्मकल्याण करना।