पर प्रशंसा!
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पर प्रशंसा: Appreciation of Others.उच्च गोत्र के आस्रव का एक कारण दूसरों की प्रशंसा करना ।
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उच्चगोत्र कर्मप्रकृति A type of karmic nature (reg. higher status). वह कर्म जिसके उदय से लोक पूजित या लोक मान्य कुल में जन्म हो।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हास्य वचन – Haasya vacana. The ridiculous speech. हंसी परिहास मिश्रित वचन। सत्पुरुष ऐसे वचनों का प्रयोग नही करते।
आर्य कूष्मांड देवी A supernatural power. एक विद्याधर विद्या का नाम।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हरिषेणा – Harisenaa. Name of the chief Aryika (Ganini) in the assembly of lord Shantinath. तीर्थकर शांतिनाथ के संध की प्रमुख गणिनी आर्यिका।
ऋषिवंश An ancient dynasty, Somvansha. सोमवंश को ही ऋषिवंश कहा है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हरितालवर – Haritaalavara. Name of an island & an ocean of middle universe. मध्यलोक का एक द्वीप व सागर।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] हरि (कुंड व कूट) – Hari (Kummda & Kuuta). Name of a pond or pool of Hari river, Name of summits of Nishadhkulachal, Vidyutprabh Gajdant & Malyavan mountains. हरित नही का कुंड, निषधकुलाचल पर पांचवां कूट, विद्युत्प्रभ गजदंत व माल्यवान पर्वतस्थ एक-एक कूट।
आम्नाय Sect, Tradition, Revision (a type of Svadhyay). पंथ, परम्परा,उदाहरण की शुद्धि पूर्वक पाठ को पुनः पुनः दोहराना(स्वाध्याय का एक भेद)। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावि नोआगम द्रव्य – Bhavi Noagama Dravya. One having knowledge of his predestined body form. जो आत्मा भविष्यत् में आने वाली पर्यायों के अभिमुख है, उन पर्यायों से आक्रान्त हो रही वह आत्मा भाविनोआगम द्रव्य है “