निर्विकल्पता!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्विकल्पता – Nirvikalpataa. State of unconfusedness, without perplexity. विकल्पों से रहित रहना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्विकल्पता – Nirvikalpataa. State of unconfusedness, without perplexity. विकल्पों से रहित रहना “
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == स्यात् : == नियमनिषेधनशीलो निपातनाच्च य: खलु सिद्ध:। स स्याच्छब्दो भणित:, य: सापेक्षं प्रसाधयति।। —समणसुत्त : ७१५ जो सदा नियम का निषेध करता है और निपात रूप से सिद्ध है, उस शब्द को ‘स्यात्’ कहा गया है। यह वस्तु को सापेक्ष सिद्ध करता है।
आलय विज्ञान Architecture (as a science), House construction concept. वास्तु विज्ञान आवास निवास विज्ञान।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्वाण संवत् – Nirvaana Samvat. The era of salvation of Lord. भगवन के निर्वाण का समय-कल अर्थात् वर्ष ” वर्तमान में भगवन महावीर के निर्वाण के समय से प्रारंभ ‘वीर निर्वाण संवत्’ सर्वाधिक प्राचीन संवत्के रूप में प्रचलित है ” वर्तमान सन् 2003-2004 में वी.नि.सं. 2530 चल रहा है “
आरातीय Acharyas (Jaina – saints) of present tradition. वर्तमान परम्परा के आचार्य।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विभाव – स्वभाव – Vibhava – Svabhava. Nature contrary to the real nature. कर्मबंध के प्रकरण में रागादि परिणाम भी अशुद्ध निश्चयनय से जीव के स्वभाव कहे जाते हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्वज्ञशांवला – Nirvagyanshaamvalaa. A spiritual knowledge or study regarding Vidyadhars. एक विद्याधर विद्या “
आश्चर्य पंचक Five auspicious omen (good occurrences). पंचाश्चर्य-रत्नवृष्टि, देव दुंदुभि मंद सुगंधित वायु प्रवाह, जय जयकार की ध्वनि यह तीर्थंकर एंव अन्य विशिष्ट महामुनियों के आहार के समय देवों द्वारा की जाती है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्मूढ़ – Nirmoorha. One rational, who is capable of knowing the super soul of Self. मूढ़ता रहित; निजपरमतत्त्व को जानने में समर्थ होना “