मोष!
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मोष–Mosh. Stealing. चोरी”
त्रिपुर A country of Bharat kshetra Vindhyachal (region). भरत क्षेत्र विन्ध्यांचल (विजयार्ध) का एक देश। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पदमिमांसा : A type of disquisition door (Anuyogadvar). अनुयोग द्वार का एक भेद ।
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मूल बीज–Mula Bija. Root – seeds. वनस्पति; जिनका मूल अर्थात् जड़ ही बीज हो (जो जड़ के बोने से उत्पन्न होती है) वे मूल बीज कही जाती है”
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पतित षट्स्थान :A type of declining (related to property of A gurulaghu) अगुरूलघु गुण में होने वाला हानि रूप परिणमनः अनंतभाग हानि, असंख्यातभागहानि, संख्यातभागहानि, संख्यात गुण हानि , असंख्यात गुण हानि, अनंतगुण हानि।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशद – Vishada. Clear, Clean, Spotless, Pure. निर्मल, पवित्र, स्पष्ट ” जो प्रतिभास बिना किसी दूसरे ज्ञान की सहायता से स्वतंत्र व स्पष्ट हो “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पांशुमूलिक विद्या:A type of knowledge of vidyadhara.विद्याधर वंश की एक विद्या का नाम।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पटवि़द्या :A type of knowledge related to antipiosionousness. विषापहारिणी गारूडी विद्या ।
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मौर्यपुत्र–Mauryputra. Name of a chief disciple of Lord Mahavira. भगवान् महावीर के एक गणधर का नाम”
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वेदक –Vedaka. Sufferer of Karmic results or one who experiences results of Karmas कर्मफल का भोक्ता या अनुभव करने वाला “