नोगौण्य पद!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नोगौण्य पद – Nogounya Pada. Meaningless words, not in accordance with the relative qualities. जिन संज्ञाओं में गुणों के अपेक्षा न हो अर्थात् जो असार्थक नाम है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नोगौण्य पद – Nogounya Pada. Meaningless words, not in accordance with the relative qualities. जिन संज्ञाओं में गुणों के अपेक्षा न हो अर्थात् जो असार्थक नाम है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रामसेन – कई आचार्य का नाम माथर सध के प्रवर्तक वीरसेन आचार्य के षिश्य सेन संधी गुरू नागसेन के षिश्य तथा तत्वानंुषासन के कत्र्ता, काश्ठसंध के क्षेमकीर्ति के षिश्य। Ramasena-name of many jaina Acharyas or saints
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वध परिषहजय –Vadha Parishahajaya: To forbear the violent behaviour of other with equanimity (an affiction). अश्त्र – शस्त्र आदि के द्वारा घात किये जाने पर मारने वाले के प्रति साधु द्वारा आक्रोश न कर समता भाव से सहन करते रहना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नो इंद्रिय प्रणिधान – No Indriya Pranidhaan. Passionate volitions. क्रोध, मान, माया, लोभ, हास्य, रति, अरति, शोक, भय, जुगुप्सा, तथा तीनों वेड, एन के परिणाम “
चतुर्गति-निगोद Falling back into the lower world from the higher form of life. इतर निगोद ; जो त्रस पर्याय पाकर फिर निगोद में उत्पन्न हुए हैं ऐसे जीव चतुर्गति निगोद कहलाते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वेस्यागमन –Vesyagamana. .frequenting prostitutes, adulterous conduct. सप्तव्यसनों में एक व्यसन, व्यभिचारिणी स्त्रियों के यहाँ आना – जाना, उनसे बातचीत, लेन – देन आदि करना ” सद्ग्रह्स्त के लिय यह सर्वथा त्याज्न्य हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संयतिका – Sanyatikaa. Synonym word for Aryika (Digambar Jain female ascetic). आर्यिका का पर्यायवाची नाम “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वज्रमध्य व्रत – Vajramadhya Vrata A specified & procedural fasting. एक व्रत ;इसमें कुल 29 उपवास और 9 पारणाएं की जाती है ” विशेष विधि व्रत विधान संग्रह में देखें “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नेमिसागर (मुनि) – Nemisaagara (Muni). Name of a Digamber Jain Saint, the disciple of Charitra Chakravarti Acharya Shri sahntisagar ji Maharaj. चारित्र चक्रवर्ती आचार्य श्री शांतिसागर जी महाराज के प्रमुख 7 मुनि शिष्यों में से एक” इनकी प्रेरणा से गुरुदेव श्री शांतिसागर जी महाराज की स्मृति में मुंबई (महा.) की बोरिवली में पोदनपुर नाम…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संमेदाचल महात्म्य – Sammedaachala Mahaatmya. Name of a composition written by Pandit Manaranglal. पंडित मनरंगलाल (ई. 1793-1843) द्वारा विरचित भाषा छंदबद्ध कृति “