शून्यवाद!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शून्यवाद – Shunyavaada. A Bauddha philosophy believing zero as the supreme element. बौद्धदर्शन, जो सभी तत्व शून्य के गर्भ में विलीन हो जाते हैं एवं शून्य ही एक मात्र परम तत्व है, ऐसा मानता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शून्यवाद – Shunyavaada. A Bauddha philosophy believing zero as the supreme element. बौद्धदर्शन, जो सभी तत्व शून्य के गर्भ में विलीन हो जाते हैं एवं शून्य ही एक मात्र परम तत्व है, ऐसा मानता है “
उपनय To show similarity between two objects by illustration. पक्ष और साधन में दृष्टांत की सदृषता दिखाने को उपनय कहते है जैसे यह पर्वत भी वैसा ही धूमवान् है। अर्थात् दृष्टांत की अपेक्षा लेकर पक्ष में हेतु का दोहराना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शून्य – Shunya. Blank, Empty, Void, Zero, Cipher. रिक्त, खाली, सर्व द्रव्यों का अभाव शून्य दोष कहलाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समानाधिकरण – Samaanaadhikarana. Synatactic relation, co-ordinate status (of words etc). भिन्न प्रवृत्ति मे जो निमित है ऐसे विभिन्न शब्दों की एक ही अर्थ मे वृत्ति होना समान्याधिकरण है।
उपकार्य-उपकारक संबंध Beneficial relation. बंध का एक भेद जिस पर उपकार हो वह उपकार्य और जो उपकार करे वह उपकारक।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चंद्रकूट A summit of Ruchak mountain, Name of a summit of Vakshar mountain and its deity. रूचक पर्वत का एक कूट , वक्षारगिरि के कूट व देव का नाम ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्तिबुक संक्रमण – Stibuka samkramana. Simultaneous fruition of non-rising karmic nature with another rising one. गति, जाति आदि पिेड प्रकृतियो मे से जिस किसी विवक्षित प्रकृति के उदय आने पर अनुदय प्राप्त शेष प्रकृतियो का जो उसी प्रकृति मे संक्रमण होकर उदय आता है उसे स्तिबुक संक्रमण कहते है। जैसे एकेन्द्रिय जीवो के उदय…
चित्रकर्म Paintings or Statues of deities, human or hellish beings in dancing mood. पट , भक्ति , काष्ठ आदि का तख्ता आदि पर नाचने आदि क्रिया में प्रवृत्त देव , नारकी , तिर्यंच एवं मनुष्यों की प्रतिमाओं को चित्रकर्म कहते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चिन्तवन Rethinking on a particular subject. किसी विषय पर बार-बार चिंतन करना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]