उपबृंहक!
उपबृंहक See – Upagýhana . आत्मगुणों को बढ़ाने वाला देखें-उपगूहन।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपबृंहक See – Upagýhana . आत्मगुणों को बढ़ाने वाला देखें-उपगूहन।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] साधु पूजा – Saadhu poojaa. Worshipping of Jaina saints. श्रावक के षट्कर्तव्यों में गुरूपास्ति नाम का एक कर्तव्य, देव गुरू, यति का पूजारूप धर्मानुराग इत्यादि ।
ऋद्धिप्राप्त आर्य Noble men (saints etc.) possessing supernatural powers. सात या आठ प्रकार की ऋद्धियों को रखने वाले जैन साधु।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपलब्धि Perception, Acquision, Achievement . वस्तु तŸव का उपलठध किया जाना या ग्रहण किया जाना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपपाश्र्वसभा Subplace (a hall) in the residence of peripatetic deities . व्यंतर देवों के भवनों में पश्चिम उत्तर दिशा में स्थित एक ग्रह।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परमार्थ दोहा शतक: See- Paramartha Gita.देखें – परमार्थ गीत
उपपाद Instantaneous birth of infernal beings, celestial deities etc. उत्पत्ति जन्म देव और नारकियों का जन्म।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सादि स्थिति बंध – Saadi Sthiti Bandha. Rebinding of particular karmic duration i.e. rebinding of karmas in reference to Sthiti Bandh. विवक्षित कर्म की स्थिति के बंध का अभाव होकर पुनः उसके बंधने को सादि स्थितिबंध कहते हैं।
ऋक्षराज A member of Vanar dynasty. वानरवंश का एक सदस्य एंव नल, नील के पिता।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपगूहन Protection, An act of safeguarding of other’s faults and increasing self virtues. सम्यग्दर्शन के 8 अंगों में 5 वाँ अंग अपनी आत्मा के गुणों को बढ़ाना व दूसरों के दोषों को ढ़कना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]