लोकालोक व्यापी!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकालोक व्यापी – Lokaaloka Vyaapi. Supremely pervaded knowledge-omniscience. केवलज्ञान जो समस्त लोकालोक को जानता है अर्थात् सर्वगत है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकालोक व्यापी – Lokaaloka Vyaapi. Supremely pervaded knowledge-omniscience. केवलज्ञान जो समस्त लोकालोक को जानता है अर्थात् सर्वगत है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्वेद – Nirveda. Datachment, Aversion from the worldly affairs. सब अभिलाषाओंका त्याग निर्वेद कहलाता है-संसार, शरीर, भोगों से वैराग्य भाव “
आश्रम Four stages of human life. गुरुकुल एंव बह्मचर्य गृहस्थ वानप्रस्थ और सन्यास ये चार आश्रम कहलाते हैं अथवा जहाँ विशुद्ध ज्ञान व दर्शन की प्रधानता हो।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बेलन – Belana. Cylindrical substance, a roller. रोटी , पूरी बेलने का उपकरण “
इंद्रध्वज विधान A book written by Ganini Gyanmati Mataji related to Pooja-Vidhan (worshipping). गणिनी आर्यिका श्री ज्ञानमति माताजी द्वारा मध्यलोक के 458 आकृत्रिम जिन-चैत्यालयों की पूजन हेतु रचित एक अनुपम कृति (ई.स.1976)। वर्षा के अभाव में इस विधान को करने की प्राचीन परम्परा है। वर्तमान में अपने मनोरथों की सिद्धि हेतु भी लोग इस विधान…
आलयांग A type of wish fulfilling trees (heavenly) providing divinely palaces. कल्पवृक्ष का एक भेद-जो रमणीय दिव्य भवनों को दिया करते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्विकल्प समाधि – Nirvikalpa Samaadhi. Absolute meditation, the state of indeterminate ecstasy. समस्त विकल्पों से रहित परम समाधि को प्राप्त होना “
आर्यमंक्षु Name of a great Acharya saint. दिगम्बर आम्नाय में आपका स्थान आचार्य पुष्पदन्त तथा भूतबली के समकक्ष है। आचार्य गुणधर से आगत पेज्ज दोसपाहुड़ के ज्ञान को आचार्य परम्परा द्वारा प्राप्त करके आपने तथा नागहस्ति ने यतिवृषभाचार्य को दिया था।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उष्ण योनि A type of Yoni (female genital organ). गुणयोनि का एक भेद, जो योनि उष्ण स्पर्श रूप हो।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आरम्भकथा Talks about worldly activities. विकथा के 25 भेदों में एक असि. मषि आदि कार्य संबंधी कथा करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]