पद्म वल्लरी!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पद्मवल्लरी : Lotus scrolls. कमल की लता (बेल)।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावि नैगमनय – Bhavi Naigamanaya. Wrong implication of something in present which is going to occure in future. एक नय; जो पदार्थ अभी अनिष्पन्न है,और भावि काल में निष्पन्न होने वाला है, उसे निष्पन्नवत कहना-अर्थात् जो बात आगे होगी उसको वर्तमान में कहना, जैसे अर्हत को सिध्द कहना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रदेशीपना- प्रदेषमय होना। pradesipana – characteristics of occupancy.
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पद्मपुराण : Title of many books written by many Acharyas. आचार्य रविषेण (ई0 677) द्वारा राम-रावण कथा पर रचित संस्कृत पद्यबद्व एक ग्रंथ, और भी कई आचार्यो क्षरा इस नाम के ग्रथ रचे गये है।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भीमरथी – Bhimarathi. A river of Bharat kshetra Arya Khand. भरत क्षेत्र आर्य खण्ड की एक नदी “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रवचन भक्ति- प्रवचन में कहे हुए अर्भ का अनुश्ठान करना। 16 कारण भावनाओं में एक भावना; द्वादषांग में अनुराग रखना। Pravacana bhakti- Scriptural devotion
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पद्मकावती: Name of a country at the south bank of siroda river in Videh Kshetra (region). विदेह क्षेत्र में सीतोदा नदी के दक्ष्णि तट पर एक देश।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वैर –Vaira Hostility, Enmity, Name of a heavenly abode.Name of the 69th chief disciple of Lord Rishabhadev. विरोध, शत्रुता, ९ अनुदिश विमानों में तीसरा पश्चिम का श्रेणीबध्द विमान, भगवन वृषभदेव के ६९वे गणधर “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रयोगगति- एक प्रकार की गति; पुरुश के प्रयोग से होने वाली बाण, चक्र आदि की गति। Prayogagati- Speed of arrow, wheel etc.
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वैक्रियिक द्विक –VaikriyikaDvik. A type of dyad pertaining to the transformable body (of deities & hellish beings). वैक्रियिक शरीर, वैक्रियिक अंगोपांग “