रोमज वस्त्र!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रोमज वस्त्र – वस्त्र के पांच प्रकारो अंडज, वोडज, रोमज, वक्कज, चर्मज में एक प्रकार, उन से बने वस्त्र। Romaja (vastra)-Woolen clothes
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रोमज वस्त्र – वस्त्र के पांच प्रकारो अंडज, वोडज, रोमज, वक्कज, चर्मज में एक प्रकार, उन से बने वस्त्र। Romaja (vastra)-Woolen clothes
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == वीतराग : == यत्सुखं वीतरागस्य मुने: प्रशमपूर्वकम्। न तस्यानन्तभागोऽपि प्राप्यते त्रिदशेश्वरै:।। —ज्ञानार्णव : १९-३ वीतराग मुनि को प्रशम भाव सहित जो सुख प्राप्त होता है, उसका अनन्तवां भाग भी देवेन्द्रों को प्राप्त नहीं होता (अर्थात् इन्द्र के प्राप्त होने वाले सुख से अनंतगुना—अक्षय सुख वीतराग मुनि को प्राप्त…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रेणुका – विदेह क्षेत्र में स्थित 13 वें तीर्थकर चन्द्रबाहु की माता का नाम। Renuka-Mother’s name of 13th Tirthanakar (Jaina lord) of videh kshtera (region)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रद्धान – Shraddhaana. Reverential belief, Veneration. प्रतिती, श्रद्धा, अनुभव “
द्वंद Conflict, quarrel, tension, Pair, couple. कलह , लड़ाई, युग्म (जोड़ा)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रवेश द्वार- भीतर जाने का मुख्य दरवाजा। Pravesa Dvara- Approach door, Vestibule
द्रव्यानुयोग See – Dravya Anuyoga. देखें – द्रव्य अनुयोग। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
चक्रपुर A city of Bharat Kshetra (region), A city in the south of Vijayardh mountain. भरतक्षेत्र का एक नगर , विजयार्ध की दक्षिण श्रेणी का एक नगर ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रत्याख्यान धारण- pratyakhyana dharana A reverential activity of jain saints as after foodtaking etc कृतिकर्म; भोजन आदि का प्रत्याख्यान लेते समय सिद्ध व योग भä पिढ़ना।