देवरम्या!
देवरम्या Name of a dominion, ‘Chandani’ of Bharat Chakravarti. भरत चक्रवती की एक विभूति ‘चाँदनी’ का नाम।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
देवरम्या Name of a dominion, ‘Chandani’ of Bharat Chakravarti. भरत चक्रवती की एक विभूति ‘चाँदनी’ का नाम।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] प्रकृति घाति – Prakrti Ghati. A type of karmic nature causing destruction of internal virtues. कर्म प्रक्रति का एक भेद; जो अनुजीवी गुणों का घात करती हैं वह घाति कर्म प्रक्रतियां हैं “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वेणुमुल –Venumula. Root of bamboo tree. बांस की जड़ ” अनंतनुबंधी माया कषाय का दृष्टांत “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भट्ट अकलंक – Bhatta Akalamka. A famous & great Jainacharya. एक प्रसिध्द जैनाचार्य ” जिन्होंने बौध्द साधुओं को वाद –विवाद में परास्त किया ” इनके द्वारा लिखे गये मुख्य ग्रंथ – तत्त्वार्थ राजवार्तिक, अष्टशती आदि हैं “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मनोवेगा – Manovegaa. Name of a ruling female demigod of Lord Chandraprabhu. तिलोयपण्णत्ति के अनुसार भगवान चंद्रप्रभु की शासन यक्षिणी देवी ” इनका प्रसिद्द नाम ज्वालामालिनी देवी है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव कषाय – Bhava Kasaya. Psychical passion. मन में कषाय होना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वारुणी धारणा – Vaarunii Dhaaranaa.: A specified super conception of deep meditation. पिंडस्थ ध्यान की एक धारणा;इन्द्रधनुष ,बिजली ,गर्जनादि चमत्कार सहित मेघों के समूह से भरे आकाश का ध्यान करना फिर उन मेघों की बड़ी-बड़ी बूंदों को निरंतर बरसते हुए चिंतन करना ” इस बरसते हुए जल से जो आग्रेयी –धारणा में शरीर के…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वायुधारणा – Vaayudhaaranaa.: Specified activity of deep meditation. पिण्डस्थ ध्यान की पांच धारणों में से यह ध्यानरूप धारणा है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बाहुबली – Bahubali. thumb”Gommateshwara statue, installed by chamundrai in the year 981 in Shravanbelgol (Karnatak).]] भगवान ऋषभदेव की रानी सुनंदा के पुत्र, सुन्दरी के भाई जो सुंदरता में इस युग के प्रथम ‘कामदेव, थे “कठिन तपश्चरण कर कैलाशपर्वत से मोक्ष गये ” इनकी ऊंचाई सवा पाँच सौ धनुष (२१०० हाथ) की थी…