गूढ़ क्षुल्लक!
गूढ़ क्षुल्लक Perfect loin-clothed Jaina saints (junior in rank). क्षुल्लक के तीन पदों में से एक पद ; जिन्होंने व्रतों क् पालन करने का पूर्ण अभ्यास कर लिया है वे साहसपूर्वक व्रतों को ग्रहण कर केटे हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गूढ़ क्षुल्लक Perfect loin-clothed Jaina saints (junior in rank). क्षुल्लक के तीन पदों में से एक पद ; जिन्होंने व्रतों क् पालन करने का पूर्ण अभ्यास कर लिया है वे साहसपूर्वक व्रतों को ग्रहण कर केटे हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संक्षेप रुचि – Sanksepa Roochi. To have interest in understanding by summarized exposition. संक्षेप कथन से समझने की रुचि होना “
आनंद Enjoyment, Ecstasy, The third past-birth name of Lord Parshvanath. हर्ष, प्रसन्नता, भगवान पाश्र्वनाथ के तृतीय पूर्व भव का नाम।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गगन चन्दन A city in the north of Vijayardh mountain. विजयार्ध पर्वत की उत्तर श्रेणी का एक नगर ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संकलन – Sankalana. Compilation, Integration. जमा करना, परस्पर राशियों को जोड़ना “
गणनाथ भक्ति Adoring of Acharya saints. आचार्य भक्ति, सोलह कारण भावनाओं में एक भावना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] षष्ठ भक्त – Sastha Bhakta. A particular & procedural vow (fasting) to be observed for two days. दो उपवास की चार भुक्ति एवं एक दिन पूर्व व एक दिन बाद की एक-एक भुक्तियाँ, इस प्रकार कुल 6 भुक्तियों का त्याग षष्ठ भक्त कहलाता है, इसी को षष्ठ बेला भी कहते है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बंध योग्य प्रकृति- 8 कर्मो की 120 कर्म प्रकृतियां बंध योग्य कहलाती है। Bandha Yogya Prakrti- Karmic nature causing binding
उद्योतन Fair conception (free from any doubt, desire etc.). शंका कांक्षा आदि दोषों को दूर करना इसको सम्यक्त्वाराधना कहते है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]