विधिवाक्य!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विधिवाक्य – Vidhivakya. Statement reg. ordinace or order. आज्ञा या आदेश करने वाले वाक्य विधि वाक्य हैं “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विधिवाक्य – Vidhivakya. Statement reg. ordinace or order. आज्ञा या आदेश करने वाले वाक्य विधि वाक्य हैं “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भद्रासन – Bhadrasana. A specific reverential place at Pandukshila. पाण्डुकशिला पर स्थित एक आसन “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वेतस –Vetasa. Cane, a type of wood used in the Pichchhi of Jaina saints & other furniture too. बेंत, एक प्रकार की लकड़ी, जो जैनसाधुओं की पिच्छी में पकडने वाली डंडी के रूप में प्रयुक्त की जाती है ” वर्तमान में विशेष फ़र्निचर निर्माण में भी इसका प्रयोग होता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नोकर्म द्रव्य कर्म – Nokarma Dravya Karma. External substances causing some results by Karmic fruition. कर्म प्रकृति के उदय फलस्वरूप जो कार्य हो उस कार्य के लिए जो बाहरी वस्तु कारण भूत हो वह वस्तु प्रकृति का नोकर्म द्रव्य कर्म है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वड्ढमाणचरिउ –Vaddhamaanachariu Name of a treatise written by poet Shridhar. कवि श्रीधर (ई .श. 12 का उत्तरार्ध) कृत 10 संधियों वाला अपभ्रंश काव्य ग्रन्थ “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नैसर्गिक मिथ्यात्व – Naisargika Mithyaatva. Natural false belief. अग्रहीत मिथ्यात्व-परोपदेश के बिना मिथ्यात्व कर्म के उदय से जीवादि पदार्थों का अश्रद्धान रूप भाव “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शीलचंद – Sheelachanda. Name of a Bhattarak of nandi group. नंदीसंघ बलात्कारगण उज्जयनी गद्दी के एक भट्टारक् ” समय – वि. 735 “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नैपीरियन – NaiNaipeeriyana. Name of ‘ Logarithm to the base 2’. अर्द्धच्छेद या लाघुरिक्थ गणित; 2 के आधार वाले लघुरिक्थ का नाम नैपीरिय लॉग है “
उत्तरित An infraction of meditative relaxation (standing with head upwords). कायोत्सर्ग का एक अतिचार सिर को ऊपर उठाकर खड़े होना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वज्रतुंडा – Vajratunda A super power possessed by Bharat Chakravarti (an emperor) & by Lord Arahnath. चक्रवर्ती भरत की एक शक्ति ,यह शक्ति तीर्थंकर अरहनाथ के पास भी थी “