रजताभ!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रजताभ – कुंडलवर पर्वत के दक्षिण दिषा का दूसरा कूट Rajatabha-The 2nd summit southern Kundalvar mountain
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रजताभ – कुंडलवर पर्वत के दक्षिण दिषा का दूसरा कूट Rajatabha-The 2nd summit southern Kundalvar mountain
ऐशान Name of the 2nd heaven, Name of an Indra who put parasol over the head of Lord on the event of birth ceremony of Lord. द्वितीय स्वर्ग का नाम, द्वितीय इंद्र का नाम जो भगवान के जन्मकल्याणक में आकर भगवान के ऊपर छत्र लगाते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भुमितिलक – Bhumitilaka. A city in the north of vijayardha mountain. विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] याम्य – समवषरण के तीसरे कोट मे दक्षिणी द्वार के 8 नामो मे एक नाम। Yamya-A name of southern door of the 3rd Kot in Samavasharan (assembly of lord arihant)
एक प्रस्तरीय (स्तंभ) Monolithic. स्मारक, एक ही ठोस पत्थर का बनरा खंभा।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] योनिभूत स्थान – मूल आदि को लेकर जितने बीज है उनमें जीव उत्पन्न होने की षक्ति के कारण वे योतिभूत स्थान कहलाते है। Yonibhuta sthana-place where creature are born or originate
एकसंस्थान Name of a planet. 88 ग्रहों में 26 वें ग्रह का नाम।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लक्ष्मीदेवी – षिखरी पर्वत पुण्डरिक हद की देवी। केवल ज्ञान रूपी महालक्ष्मी के प्रतीक में निर्मित मूर्ति।जिनके मस्तक पर अरिहंत भगवान की मूर्ति होती है। Laksmidevi-A female divinity of Pundarik lake
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मूर्त–Muurt. Sensually acceptable matters, Corporeal, tangible. जो पदार्थ जीवो के इन्द्रियग्राह्रा विषय है व मूर्त है अथवा रूप, रस आदि गुणों का पिण्ड मूर्त है”