द्रव्य उदय!
द्रव्य उदय Physical fruition (reg. Karmas). द्रव्य, क्षेत्र , काल व भाव के निमित्त के वश में कर्मों के फल का प्राप्त होना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्रव्य उदय Physical fruition (reg. Karmas). द्रव्य, क्षेत्र , काल व भाव के निमित्त के वश में कर्मों के फल का प्राप्त होना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुरुषार्थसिध्दयुपाय – Purusarthasiddhayupaya. A book written by Acharya Amritchandra. आचार्य अमृतचन्द्र (ई. ९०५-९५५) द्वारा रचित एक श्रावकाचार एवं अहिंसा की विशेष व्याख्या करने वाला संस्कृत ग्रंथ, यह श्रावक एवं साधुओं द्वारा अवश्य पठनीय है “
द्रमिल A part of the south India. दक्षिण भारत का एक भाग जो मद्रास सेरिंगपट्टम और कामोरिम तक फैला हुआ है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुरालेख – Puralekha. Epigraphy; an archive, the study of inscriptions. शिलालेख विघा “
दो गुणहानि A kind of decreasing series. गुणहानि आयाम को दो गुना करने पर जो प्रमाण प्राप्त होता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रणय – Pranaya. Love, loving entearty. ब्राह्य पदार्थों में ममत्वरूप भाव का होना ” प्रेम, स्नेह, घनिष्ठता “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भिन्न कर्त्ता कर्म – Bhinna Kartta Karma. A relation between doer and done work. व्यावहारिक द्रष्टि से कर्ता – कर्म भिन्न हैं किन्तु निश्चय से वस्तु विचार करने पर कर्ता- कर्म अभिन्न हैं “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भव्यज्ञायक शरीर – Bhavyagnayaka Sarira. One who is going to be learned one in future. नो आगम द्रव्य का एक भेद; जो कर्म के स्वरूप को कहने वाले शास्त्र का जानने वाला आगे होगा वह भव्यज्ञायक शरीर कहलाता हैं “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वैदूर्य –Vaidurya. Name of an island & ocean of middle universe. Name of a summit of Mahahimvanmountain and its protecting deity, The summits of Manushottar and Ruchak mountains, Name of the 14thPatal (layer) of Saudharma heaven. मध्यलोक का एक सागर व द्वीप, महाहिमवान पर्वत का एक कूट व उसका रक्षक देव, मानुषोत्तर…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] भेदरत्नत्रय:Synonym word for Mokshmarga-the path of salvation. मोक्ष मार्ग का पर्यायवाची नाम “