नीलकुमारी!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नीलकुमारी – Neelkumaari. Name of a female deity of lakes of Devakuru & Uttarkuru. देवकुरु व उत्तरकुरु के 20 द्र्हों की एक देवी का नाम है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नीलकुमारी – Neelkumaari. Name of a female deity of lakes of Devakuru & Uttarkuru. देवकुरु व उत्तरकुरु के 20 द्र्हों की एक देवी का नाम है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रघु – इक्ष्वाकु वंष में अयोध्या नगरी के राजा। अनरण्य का पिता और दषरथ का दादा। Raghu-A king of Ayodhya city of Ikshvaku Dynasty
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नीचगोत्र कर्म प्रकृति – Neechagotra karmaprakriti. Karmic nature causing birth in low-caste group. वह कर्म प्रकृति जिसके उदय से गर्हित कुल में जन्म होता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संस्थान विचय – Sansthaana Vichaya. A type of religious contemplation about different dimensions of Teen Lok- three worlds. धर्मध्यान का चौथा भेद ” तीन लोक के संस्थान प्रमाण, भेद आदि का चिंतन करना ” इसके पिंडस्थ, पदस्थ, रूपस्थ और रूपातीत ये 4 भेद हैं “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भक्ष्याभक्ष्य – Bhaksyabhaksya. Different types of edible (vegitable) and non- edible (non-vegitable) items. दाल, दूध, दही, फल आदि भक्ष्य अर्थात् खाने योग्य एंव मघ, मांस, मधु, उदुम्बर फल आदि अभक्ष्य अर्थात् ‘नहीं खाने योग्य’ पदार्थ “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सचित्त त्याग प्रतिमा – Sachitta Tyaaga Pratimaa. The 5th model stage of spiritual development of lay follower related to the renunciation of raw vegetation (without making pieces of it) etc. श्रावक की 11 प्रतिमाओं में 5वीं प्रतिमा; कच्चे फल-फूल , बीज, पत्ते, आदि नही खाना, इन्हें छिन्न-भिन्न करके, लवण आदि मिलाकर या गरम आदि…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वचन गोचरातीत – Vachan Gocharaatita.: That which can not be expressed in words. जिसका वचन के द्वारा कथन न किया जा सके ” जैसे – अरिहंत भगवान के अनंत गुणों का वचनों के द्वारा वर्णन करना अशक्य हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निष्परिग्रह – Nishparigraha. Deprived of possession or attachement. संपूर्ण परिग्रह से रहित होना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लक्षण निमित्तज्ञान – अश्टांग निमित ज्ञान का छठा अंग, षारिरिक चिन्ह देखकर मनुश्य के ऐष्वर्य व दरिद्री आदि का ज्ञान होना। Laksana Nimittajnana-A type of knowledge gained through different marks of the body
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वकुश –Vakush: Jain saints with attachments . चितकबरा ;जैसा सफेद पर काले धब्बे होते हैं वैसे ही मुनिगण जिनके निर्मल आचार (चारित्र ) में शरीर आदि का मोह धब्बे की तरह होता है “