सात नय!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सात नय – Saata Naya. Seven particular kinds of standpoints. नैगम, संग्रह, व्यवहार, ऋजुसूत्र, शब्द, समभिरुढ़ और एवंभूत ये 7 नय है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सात नय – Saata Naya. Seven particular kinds of standpoints. नैगम, संग्रह, व्यवहार, ऋजुसूत्र, शब्द, समभिरुढ़ और एवंभूत ये 7 नय है।
धनवाहिक Name of a chief disciple (Gandhar) of Lord Rishabhdev. भगवान वृषभदेव के एक गणधर का नाम।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भित्ति चित्र – Bhitti chitra. Stucco embellishment (decorative wall work). चित्रकला का एक भेद; इसमें दीवार पर विभिन्न रंगों से आक्रतियाँ चित्रित की जाती हैं “
धनंजय निघण्टु A Sanskrit dictionary. एक संस्कृत शब्दकोष।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
ऊर्ध्वगमन Upward movement. शुद्ध या मुक्त जीव की गति- ऊपर गमन करना जीव का स्वभाव है मुक्त जीव लोक शिखर पर विराजता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भूत विगम – Bhuta Vigama. To be detached from the elements. तत्वों से विमुख होना “
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हृस्व – Hrasva. A short vowel. एक मात्रा वाला वर्ण हृस्व होता है। अ, इ, उ,, ऋ, लू, ये पाॅच हृस्व अक्षर पाॅच लध्वक्षर के रुप मे प्रसिद्व है।
द्वेषोदय Fruition of Karmas related to anger, malice etc. क्रोधादि द्वेष प्रकृतियों का उदय।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
आदिकर्म Six fundamental duities of mundane life given by Lord Rishabhdev (Asi, Masi, Krishi, Vidya, Vanijya & Shilp). युग की आदि में कहे गये असि,मसि,कृषि, विद्या, वाणिज्य एंव शिल्परूप छः कर्म।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
द्विपृष्ठ The second Narayana of the present era. वर्तमान भव में द्वितीय नारायण, जिसने कोटिशिला को अपने मस्तक तक ऊपर उठा लिया था।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]