भोजनपान!
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोजनपान:Taking of particular prescribed food. प्रासुक भोजन ग्रहण करना “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोजनपान:Taking of particular prescribed food. प्रासुक भोजन ग्रहण करना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विपरिणामना – Viparinamana. Change or modification in state. सत् के द्वारा अवस्थान्तर की प्राप्ति होना ” यह प्रक्रति विपरिणामना, स्थितिविपरिणामना, अनुभाग- विपरिणामना, प्रदेशविपरिणामना ४ प्रकार की होती है “
गर्भान्वय क्रिया Conception procedure, an auspicious act of householders. गर्भाधान आदि ५३ क्रियाएँ ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == सुख : == जं च कामसुहं लोए जं च दिव्वं महासुहं। वीतरागसुहस्सेदे णंतभागं पि णग्घई।। —मूलाचार : १४४ लोक में काम—भोगों से मिलने वाला सुख और देवों को मिलने वाला महासुख उस सुख का अनंतवाँ हिस्सा भी नहीं, जो वीतराग को प्राप्त हुआ करता है।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भद्रबाहुचरित – Bhadrabahucarita. A book written by Acharya Ratnakirti. आचार्य रत्नकीर्ति (ई. १५१५) द्वारा रचित एक ग्रंथ “
गर्हण Blaming self, Censuring self. निंदा ; सम्यग्दृष्टि , व्रती का अपने दोषों के प्रति निन्दन गर्हण करना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मुखधन – Mukhdhan. Something principal. आदि स्थान में जो प्रमाण या संख्या है वह मुखधन कहलाती है”
गान्धार(कूट) A summit of Shikhari mountain. शिखरी पर्वत पर स्थित एक कूट ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]