उपदेश रूचि!
उपदेश रूचि Right belief generated by a sermon, preaching. उपदेश सम्यक्त्व- तीर्थंकर आदि महापुरूषों के जीवन चरित्र को सुनकर जो सम्यग्दर्शन होता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपदेश रूचि Right belief generated by a sermon, preaching. उपदेश सम्यक्त्व- तीर्थंकर आदि महापुरूषों के जीवन चरित्र को सुनकर जो सम्यग्दर्शन होता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रथमकोट- समवषरण में स्थित धूलिषाल नामक प्रथमकोट। prathamakota – a creation in the samavsharan – assembly lord
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रमाणाभास- मिथ्याज्ञान; इसके संषय, विपरीत, अनध्यवसाय तीन भेद हैं। Pramanabhasa- Pseudo- organ of knowledge
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रमाण प्रमेयकलिका – आचार्य विद्यानन्दि सं. 1 (ई. 775-840)कृत एक ग्रंथ। PramanaPrameyakalika- A book written by Narendrasen
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रत्युपेक्षक- जाँच करने वाला ” pratyupeksaka – inspection party, inspector, suryeyor
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रभावती- पूर्व विदेह स्थित वत्सकावती देष की मुख्य नगरी, तीर्थकर मुनिसुव्रतनाथ की रानी। Prabhavati- Name of a city of VatskavatiKshetra (region) of the east Videha (region), Name of the wife of Lord Munisuvratnath
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सहस्रनाम स्तोत्र – Sahasranaama Stotra. Name of aneulogical spiritual hymn written by Jinsenacharya. श्री जिनसेनाचार्य द्वारा रचित भगवान ऋषभदेव के 1008 नामों का संस्कृत स्तोत्र ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सहभूत – Sahabhoota. The properties of a matter (co-existing or associating). सहकारी, सामान्य विशेष गुण द्रव्यों के सहभूत जानने चाहिए ।
सत्य- अच्छे पुरुषों के साथ साधु वचन बोलना सत्य है। धर्म की वृद्धि के लिए धर्म सहित बोलना वह सत्य कहाता है । इस धर्म के व्यवहार की आवश्यकता ज्ञान चारित्र के सिखाने आदि में लगती है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]