एकस्थानीय!
एकस्थानीय A type of Karmic fruitional bondage. अनुभाग बन्ध का एक नाम।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
एकस्थानीय A type of Karmic fruitional bondage. अनुभाग बन्ध का एक नाम।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] यौग – नैयायिक दर्षन का अपरनाम। Yauga-The other name of Naiyayik philosophy
[[श्रेणी : शब्दकोष]] प्रकृति घाति – Prakrti Ghati. A type of karmic nature causing destruction of internal virtues. कर्म प्रक्रति का एक भेद; जो अनुजीवी गुणों का घात करती हैं वह घाति कर्म प्रक्रतियां हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सकल – Sakala. The whole, complete, entire, With body. पूर्ण, सर्व, शरीर सहित “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वेणुमुल –Venumula. Root of bamboo tree. बांस की जड़ ” अनंतनुबंधी माया कषाय का दृष्टांत “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रेचक – प्राणयाम का एक स्वरूप ष्वास को बाहर निकालना केवली समुद्रधात में होने वाली आत्मप्रदेषों की अन्तिम उपसंहार की अवस्था। Recaka-Breathing out, a possession of meditation
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भट्ट अकलंक – Bhatta Akalamka. A famous & great Jainacharya. एक प्रसिध्द जैनाचार्य ” जिन्होंने बौध्द साधुओं को वाद –विवाद में परास्त किया ” इनके द्वारा लिखे गये मुख्य ग्रंथ – तत्त्वार्थ राजवार्तिक, अष्टशती आदि हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राजस दान – जो दान थोडे समय के लिए सुन्दर और चकित करने वाला हो एवं अपते यष और ख्याति के लिए किया गया हो। Rajasa Dana- Donation for own popularity or fame
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मनोवेगा – Manovegaa. Name of a ruling female demigod of Lord Chandraprabhu. तिलोयपण्णत्ति के अनुसार भगवान चंद्रप्रभु की शासन यक्षिणी देवी ” इनका प्रसिद्द नाम ज्वालामालिनी देवी है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव कषाय – Bhava Kasaya. Psychical passion. मन में कषाय होना “