ग्राम!
ग्राम Village, Rural place. बाड़ , आवृत , उद्यान और जलाशयों से युक्त कृषकों आदि की निवास भूमि ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
ग्राम Village, Rural place. बाड़ , आवृत , उद्यान और जलाशयों से युक्त कृषकों आदि की निवास भूमि ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विपरिणामना – Viparinamana. Change or modification in state. सत् के द्वारा अवस्थान्तर की प्राप्ति होना ” यह प्रक्रति विपरिणामना, स्थितिविपरिणामना, अनुभाग- विपरिणामना, प्रदेशविपरिणामना ४ प्रकार की होती है “
गर्भज Those born by uterus, Uterine born. जो तिर्यंच, मनुष्य माता के राज व पिता के वीर्य के सम्बन्ध से पैदा हों. जरायुज , अण्डज, पोत ये तीन गर्भजन्म के भेद हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == सुख : == जं च कामसुहं लोए जं च दिव्वं महासुहं। वीतरागसुहस्सेदे णंतभागं पि णग्घई।। —मूलाचार : १४४ लोक में काम—भोगों से मिलने वाला सुख और देवों को मिलने वाला महासुख उस सुख का अनंतवाँ हिस्सा भी नहीं, जो वीतराग को प्राप्त हुआ करता है।
गलितावशेष Decaying of remainders. गुणश्रेणी आयाम के द्वितीयादी समयों में गुणश्रेणी आयाम क्रम से एक एक निषेक की घटती होना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशद प्रतिभास – Visada Pratibhasa. Right conception of soul. ज्ञानावरण कर्म क्षय से अथवा क्षयोपशम से उत्पन्न होने वाली और शब्द तथा अनुमानदि (परोक्ष) प्रमाणों से नहीं हो सकने वाली जो अनुभव सिध्द निर्मलता है वही विशद प्रतिभास है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भद्रबाहुचरित – Bhadrabahucarita. A book written by Acharya Ratnakirti. आचार्य रत्नकीर्ति (ई. १५१५) द्वारा रचित एक ग्रंथ “
”गर्हित वचन” Despised speech, Contemptible or ignoble words. कर्कश-वचन, निष्ठुर भाषण, पैशुन्य वचन आदि ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पूर्ववर्ती – Poorvavartee. Foregoing, preceding, predecessor. पहले पाया जाने वाला “