प्रदेश बंध!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रदेश बंध- बंधने वाले कर्मो की संख्या। pradesha bamdha – the number of karmic molecules or karma varganas which attach to the soul.
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रदेश बंध- बंधने वाले कर्मो की संख्या। pradesha bamdha – the number of karmic molecules or karma varganas which attach to the soul.
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रवचन प्रभावना- आगम के अर्थ का कीर्ति विस्तार या वृद्धि करना। Pravacanaprabhavana- Glorification of scriptures or sermons
उपमान-उपमेय संबंध Mutual relation between the objects of compa-rison. वह संबंध जिससे किसी की तुलना की जाये वह उपमान एंव जो तुलना करने करने के योग्य हो वह उपमेय।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रयोग- मन वचन एवं काय रुप योगों को प्रयोग शब्द से ग्रहण किया जाता है। Prayoga – Application (use), effort, experiment
उपनिषद भाष्य A book written by ‘Sureshvarji’. वेदान्त साहित्य प्रवर्तक शंकर के शिष्य सुरेश्वर (ई.820) कृत एक ग्रंथ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रमृशा- भरत क्षेत्र आर्यखण्ड की एक नदी। Pramrsa- A river of Bharat kshetraaryakhand (region)
उपचरित सद्भूत व्यवहासर नय A type of figurative conception/perception. उपाधि सहित गुण व गुणी में भेद को विषय करने वाला नय जैसे जीव के मतिज्ञान आदि गुण।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रत्येक वनस्पति काय- प्रत्येक वनस्पति कायिक जीव द्वारा छोड़ा गया शारीर अभवा पृथक-पृथक वनस्पति जीव जैसे; खैर आदि वनस्पति। pratyeka vanaspati kaya – beings pretaining to plant life.
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रमाण योजन- क्षेत्र का प्रमाण विषेश। PramanaYojana- An area unit