स्वसंवेदन ज्ञान!
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वसंवेदन ज्ञान – Svasammvedana Jnnaaana. The right knowledge about self, another name of Nishchay Mokshmarg (path of salvation). आत्मज्ञान, निश्चय मोक्षमार्ग का अपरनाम।
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वसंवेदन ज्ञान – Svasammvedana Jnnaaana. The right knowledge about self, another name of Nishchay Mokshmarg (path of salvation). आत्मज्ञान, निश्चय मोक्षमार्ग का अपरनाम।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सत्यशासनपरीक्षा – Satyashaasanaparikshaa. Name of a treatise written by Acharya Vidyanandi. आचार्य विद्यानंदि (ई. 775-840) द्वारा रचित संस्कृत भाषा बद्ध न्यायविषयक ग्रंथ ” इसमें न्याय पूर्वक जिनशासन की स्थापना की गयी है “
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == वेषभूषा : == वेषोऽपि अप्रमाण:, असंयमपदेषु वर्तमानस्य। किं परिर्विततवेषं, विषं न मारयति खादन्तम्।। —समणसुत्त : ३५६ (संयम मार्ग में) वेश प्रमाण नहीं है, क्योंकि वह असंयमीजनों में भी पाया जाता है। क्या वेश बदलने वाले व्यक्ति को खाया हुआ विष नहीं मारता ?
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वर्णकूला कंूट – Svarnakuulaa Kuuta. Name of the 7th summit of Shikhri mountain. शिखरी पर्वतस्थ 7वां कूट।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सकल प्रत्यक्ष – Sakala Pratyaksha. The supreme knowledge or omniscience. पारमार्थिक प्रत्यक्ष के दो भेदों में एक भेद; केवलज्ञान सकल प्रत्यक्ष है क्योकिं वह त्रिकाल विषयक समस्त पदार्थों को विषय करने वाला है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बाहुतप – Bahutapa. See – PrasaritaBahu Tapa. देखें – प्रसारीत बाहु तप “
एसोदसव्रत A type of fasting with specified procedure. क्रम से 1 से लेकर 11उपवास करना फिर एक हानि क्रम से 10 से लेकर 1 उपवास तक करना, बीच में 1-2 पारणा करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशलेषण – Vishleshna. Analyssis, Disintegration. व्याख्यान या विवेचन करना “
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वर – Svara. Voice, tone, tune, musical notes. शब्द। अष्टांग निमित्तज्ञान का एक भेद, यह दो प्रकार का होता है- दुःस्वर और सुस्वर। इनसे इष्ट और अनिष्ट पदार्थ के प्राप्त होने का संकेत प्राप्त होता है। संगीत कला से सम्बन्धित मध्यम, ऋषभ, गांधर, षड्ज, पंचम, धैवत और निषात 7 स्वर । ये आरोही और…