याम्य!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] याम्य – समवषरण के तीसरे कोट मे दक्षिणी द्वार के 8 नामो मे एक नाम। Yamya-A name of southern door of the 3rd Kot in Samavasharan (assembly of lord arihant)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] याम्य – समवषरण के तीसरे कोट मे दक्षिणी द्वार के 8 नामो मे एक नाम। Yamya-A name of southern door of the 3rd Kot in Samavasharan (assembly of lord arihant)
खर्वट One of the glories of Chakravarti (emperor), low-lying land of a mountain with having 200 villages. चक्रवर्ती का ३४वां वैभव, पर्वत से वेष्ठित वसती , इसके आधीन दो सौ गाँव होते हैं .अपरनाम कर्वट है । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिशलाका कुंड – Pratishalaakaa Kunda. A very deep & broad pit. 1 लाख योजन लम्बे चौड़े और एक योजन गहरे कुंड का नाम “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] योनिभूत स्थान – मूल आदि को लेकर जितने बीज है उनमें जीव उत्पन्न होने की षक्ति के कारण वे योतिभूत स्थान कहलाते है। Yonibhuta sthana-place where creature are born or originate
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भासुर – Bhasura. Name of a planet. ८८ ग्रहों में एक ग्रह का नाम “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लक्ष्मीदेवी – षिखरी पर्वत पुण्डरिक हद की देवी। केवल ज्ञान रूपी महालक्ष्मी के प्रतीक में निर्मित मूर्ति।जिनके मस्तक पर अरिहंत भगवान की मूर्ति होती है। Laksmidevi-A female divinity of Pundarik lake
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोक्ता:One who experiences joy & sorrow both. सुख-दुख परिणामों को भोगने वाला “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लक्षपर्वा – एक औशधि विद्या। Laksaparva- A medicinal knowledge
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भेदोपचार:Statement of something on the basis of its nature. उपचार का भेद; गुण, गुणी में भेदकर के कहना भेदोपचार है ” इसे सद्भूत व्यवहार भी कहते हैं क्योंकि गुण, गुणी का तादात्म्य सम्बंध पारमार्थिकहै “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सत्यभामा – Satyabhaamaa. The daughter of Vidhyadhar King Suketu, she was married to Shrikrishna. विद्याधर राजा सुकेतु एवं रानी स्वयंप्रभा की पुत्री ” इसका विवाह श्रीकृष्ण से हुआ, सुभानु इसका पुत्र था ” अंत में दीक्षा धारण की “