दिनप्रतिमायोग!
दिनप्रतिमायोग A type of physical mortification, An external austerity. एक प्रकार का कायक्लेश तप।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दिनप्रतिमायोग A type of physical mortification, An external austerity. एक प्रकार का कायक्लेश तप।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] पोन्न – Pona. A Kannad poet who wrote ‘shanti Purana Jinakshra Male. शांति पुराण जिनाक्षर माले के रचयिता एक कन्नड़ कवि (ई. ९७२) “
इला Name of a summit and a female deity . हिमवान पर्वत का कूट तथा रूचकवर पर्वत की दिक्कुमारी देवी।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आत्मश्रद्धान Self – respect with self devotion. शरीर और वचन के स्वरूप को आत्मा से भिन्न जानते हुए समय को वैराग्य और ज्ञान से व्यतीत करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परंपरा बंध Continuity of binding of Karmas.ब्ंाध की निरन्तरता का नाम बंध परम्परा है।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विवेक – Viveka. Prudence, Conscience, Judgement, Discretion. जिसमें राग हो ऐसे अन्न-पान आदि का त्याग करना दोषोंत्पाद्क द्रव्यादिकों का मन से अनादर करना, भले-बुरे का ज्ञान “
इन्द्रच्छन्द A radiant garland (string of pearls) worn by Indra, Chakravarti etc. एक दैदीप्यमान हार इसे इन्द्र चक्रवर्ती आदि धारण करते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पन्नग:A type of super knowledge, A type of deities of Nagkumar kind. एक प्रकार की विद्या, नागकुमार जाति के देव।
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == वीतरागी : == कामानुगृद्धिप्रभवं खलु दु:खं, सर्वस्व लोकस्य सदेवकस्य। यत् कायिकं मानसिकं च किंचित् , तस्यान्तकं गच्छति वीतराग:।। —समणसुत्त : ७६ सब जीवों का, और तो क्या देवताओं का भी जो कुछ कायिक और मानसिक दु:ख है, वह काम—भोगों की सतत अभिलाषा से उत्पन्न होता है। वीतरागी उस…
ऐरावती The other name of the mother of Lord Shantinath, Name of a river of Sambhutaraman forest. भगवान शान्तिनाथ की माता का दूसरा नाम, सम्भूतरमण वन की नदी जिसके किनारे विद्याधर चंदना को छोड़ गया था।[[श्रेणी:शब्दकोष]]