द्वितीय संग्रह कृष्टि!
द्वितीय संग्रह कृष्टि A type of krishti-gradual destruction of karmas. 4 कषायों की तीन- तीन कृष्टी होती हैं इस तरह संग्रहकृष्टि 12 होती हैं, उनमें दूसरी कृष्टि।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्वितीय संग्रह कृष्टि A type of krishti-gradual destruction of karmas. 4 कषायों की तीन- तीन कृष्टी होती हैं इस तरह संग्रहकृष्टि 12 होती हैं, उनमें दूसरी कृष्टि।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
एकासंख्यात Countless number. एक दिशास्थित प्रदेश पंक्ति, क्योंकि उनकी गणना नहीं हो सकती।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
द्वारापेक्षण To wait at the door to offer food to any recipient (saint etc.). आहार दान के लिए द्वार पर पात्र की राह देखते हुए खड़े होना।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वारुणीवर – Vaaruniivara.: Name of the 4th island & ocean of middle universe. मध्यलोक का चतुर्थ द्वीप व सागर “
दातार Donator of food, medicines etc. श्रद्धा, भक्ति, संतोष आदि 7 गुणों के साथ आहार आदि दान करने वाला। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वायुभूति –Vaayubhooti.: Name of a chief disciple of Lord Mahaveera. इंद्रभूति गौतम के भाई एवं भगवान महावीर के एक गणधर ” इन्द्रभूति गौतम के छोटे भाई वायुभूति थे। उन्हो ने भी अपने 500 शिष्यों के साथ भगवान महावीर से दीक्षा ग्रहण की थी। भगवान महावीर के निर्वाण से 2 वर्षपूर्व ही 70 वर्ष की…
आर्वतनता Turning motion, Rotation, Limited modification. आर्वत करना, चारों ओर घूमना सीमित परिणाम या परिणाम या परिर्तन।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुद्ध चेतना – Shuddha Chetanaa. Right consciousness. ज्ञान अनुभूति स्वरुप या केवलज्ञानरूप चेतना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुद्गलानुभाग – Pudgalanubhaga. See- Pudgala Anubhaga. देखें- पुद्गल अनुभाग “
उत्सर्गलिंग Form of unclothedness (of Digambar Jaina saints). जैन साधु का द्रव्य (दिगम्बर) लिंग।[[श्रेणी:शब्दकोष]]