भाव मार्गणा!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव मार्गणा – Bhava Margana. Psychical investigation. जिन भावों के द्वारा जीवों का अन्वेषण किया जाता है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव मार्गणा – Bhava Margana. Psychical investigation. जिन भावों के द्वारा जीवों का अन्वेषण किया जाता है “
देश संयम Partial control (reg. good conduct of householder). श्रावक का चारित्र , 12 व्रत (पाँच अणुव्रत, तीन गुणव्रत, चार शिक्षाव्रत) आदि पालन करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंकभाग – Pankabhaaga. A part of Ratnaprabha earth of hell. अधोलोक में सबसे पहली रत्नप्रभा पृथ्वी के तीन भागों में दूसरा भाग जो पंक कहलाता है ” भवनवासी असुरकुमार एवं राक्षस जाति के व्यंतर देवों के भवन यहाँ बने हुए है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सूतक – Sutaka. Impurity caused due to the birth or death of one. लोक व्यवहार में जन्म मरण के निमित्त से हुई अषुद्धि को सूतक कहते है। सूतक काल में देव पूजा, आहार दान आदि कार्य नही किया जाता ।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वैनयिक मिथ्यात्व –VainayikaMithyarva. A type of wrong faith pertaining to pay equal reverence to all deities & all religions. सब देवता और सब मतों को एक समान मानना “
आहृतादान Receiving of stolen property by means of purchase. अचैर्याणुव्रत का एक अतिचार, चोर से चोरी का माल खरीदना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सूक्ष्म स्थूल स्कंध – Sukshma Sthoola Skandha. Invisible perceptible matters. स्कंधों के 6 भेदों में चैथा भेद । जो आंखों से दिखाई नहीं देते किन्तु शेष 4 इन्द्रियों से ग्रहण किये जाते है ऐसे स्कंधों को सूक्ष्म स्थूल स्कंध कहते है। जैसे – वायु, शब्द, गंध आदि ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिपासा – Pipasa. Thirst, Desire, Craving. प्यास, तृष्णा, लालच “
इंद्र(देव) Celestial deity, Lord of deities. देवों का राजा आज्ञा-ऐश्वर्य से युक्त देवों के स्वामी।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सुक्ष्मत्व गुण – Sukshmatva Guna. One of the 8 virtues of salvated soul obtained by the destruction of physique making Karmas (extremely subtle form). सिद्धो के 8 गुणो में एक गुण, यह नामकर्म के क्षय होने से प्रगट होता है। इन्द्रिय गोचर न होना ।