निर्बाध!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्बाध – Nirbaadha. Uncontradicted, Unrestricted. बाधा रहित “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्बाध – Nirbaadha. Uncontradicted, Unrestricted. बाधा रहित “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लब्धि – प्राप्ति सम्यक्त प्राप्ति की पूर्व सामग्री, क्षयोपषन विषुद्धि प्रायोग्य देषना करण 5 लब्धिया जीव मे संयम या संयमासंयम आदि को धारण करने की योग्यताएं। अंतराय के क्षयोपषन से प्राप्त षक्ति दान लाभ भोग उपभोग वीर्य क्षायिक आदि 9 लब्धियां। Labdhi-Attainment, Different types of gain for getting salvation
आस्रवानुप्रेक्षा Contemplation of soul (as it is free from influx of all Karmas). निरन्तर आत्मा को द्रव्यरूप और भावरूप दोनों प्रकार के आस्रवों से रहित चिन्तवन करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्जल व्रत – Nirjala Varta. A vow (fasting) even without taking water. उपवास; जल का भी त्याग कर उपवास रखना ” हर व्रत को करने में उत्कृष्ट विधि निर्जल व्रत (उपवास) की होती है”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] योगीन्द्रसागर – आचार्य समन्तिसागर महाराज अंकलीकर के एक प्रसिद्ध षिश्य बालाचार्य। समय ई ष 20 – 21 Yogindrasagara-Name of a saint, The disciple of Acharya shri Sanmatisagar maharaj
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निरूपभोग – Nirupabhoga. Devoid of worldly enjoyments. उपभोग रहित होना-तैजसऔर कार्माण शरीर की भॉति “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निराकुलता – Nirakulataa. Calmness, Peace of mind, Unperturbedness. सुख अर्थात् आकुलता से रहित होना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] यशोनंदी – नन्दीसंघ बलात्कर गण में यष कीर्ति ई 231 – 299 के षिश्य व देवनंदी के गुरू ई 289 – 336। Yasonamdi-Name of an Acharya of nandi Group
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सुवर्ण – Suvarna. A good colour, Golden, Gold, Name of a summit and a deity of Shikri mountain. अच्छा वर्ण, सुनहरा, सोना, तौल का एक प्रमाण, 2.5 धरण = 1 सुवर्ण या 1 कंस, षिखरी पर्वत का एक कूट तथा देव, अपरनाम कांचन ।