हरिवर्ष!
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हरिवर्ष – Harivarsa. See- Hari Ksetra. देखें- हरि क्षेत्र।
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हरिण – Harina. The deer, significant symbol of the 16th Tirthankar (Jaina Lord) Shantinath. The symbolic mark of the third Tirthankar of Videh kshetra (region). 16 वे तीर्थकर शन्तिनाथ का चिन्ह, विदेह क्षेत्रस्थ तीसरे तीर्थकर बाहु का चिन्ह।
उत्पाद पूर्व First early canon of Jaina, a type of scriptural knowledge (Shrutgyan). श्रुत ज्ञान के 14 पूर्वों में से प्रथम पूर्व जीव पुद्गल आदि का जहाँ जब जैसा उत्पाद होता है उस सबका वर्णन जिसमें हो।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हनुरुह द्वीप – Hanuruuha Dviipa. Name of an island related to which the name of Hanuman was given. एक द्वीप। यहाॅ हनुमान की माता अंजना के मामा प्रतिसूर्य का राज्य था। हनुमान का यहाॅ जन्म संस्कार हुआ था, इसलिये इस द्वीप के नाम पर उनका हनुमान नामकरण हुआ था।
दन्डशूक A typical weapon. फणयुक्त एक शस्त्र, इसका गरूडास्त्र से निवारण किया जाता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]ह – Ha. The thirty-third consonant of the Devanagari syllabary. देवनागरी वर्णमाला का तैतीसवाॅ व्यंजन, इनका उच्चारण स्थान कण्ठ है।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परदातृव्यपदेश:An infraction of vow of hospitality to donate indirectly and deceitfully.अतिथिसंविभाग व्रत का एक अतिचार पात्र को स्वयं दान न कर दूसरे से कहकर दिलवाना या दूसरे की वस्तु लाकर देना।
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वाभाविक शक्ति – ैअंइींअपां ैंाजपण् छंजनतंस चवूमत वत ेजतमदहजी पद जीम दंजनतम व िउंजजमतण् द्रव्य के स्वभावो मे स्वाभाविकी शक्ति होती है। देखे- स्वाभाविक क्रिया।
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वहिंसा – Svahimsaa. Passionate feelings as volitional violence. भावहिंसा-प्रमाद से युक्त आत्मा पहिले स्वंय अपने द्वारा ही अपना द्यात करता है अर्थात् रागादि प्रमाण भाव ही स्वहिंसा है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सांपरायिक आस्त्रव – Saamparaayika Aasrava. Passionful influx. स्वामी की अपेक्षा आस्त्रव के दो भेदो मे एक भेद। कषाय सहित होने वाले आस्त्रव को साम्परायिक आस्त्रव कहते हैं पहले से दसवें गुणस्थान तक सांपरायिक तक सांपरायिक आस्त्रव होता है। इसके 57 भेद है- 5 मिथ्यात्व, 5 अविरति, 15 प्रमाद, 25 कषाय, 7 योग।