धनप्रभ!
धनप्रभ A king of Rakshas dynasty. राक्षसवंश का एक राजा । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रदेश निर्जरा- कर्म परमाणुओं का आत्मा से अलग होना। pradesa nirjara – seperation of karmic molecules from soul
ध The nineteenth consonant of Devanagari syllabary. देवनागरी वर्णमाला का उन्नीसवाँ व्यंजन , इसका उच्चारण – स्थान दन्तमूल है।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रदीप्त- सुलगाया हुआ, प्रज्वलित, प्रकाषमान। pradipta – shining, bright, glowing,
[[श्रेणी : शब्दकोष]] पूर्वापर संबंध – Purapara Sambandha. Mutual relationship. संबंध का एक भेद; परस्पर में संबंध या तालमेल होना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रथमोपशम सम्यत्त्व – अनादि मिथ्यादृश्टि जीव के मिथ्यात्व से छूटकर जो सर्वप्रथम उपषम सम्यŸाव होता है वह प्रथमोपषम सम्यत्त्व है। prathamopasama samyaktva – first subsidential right beleif.
द्वेष Aversion, Antipathy, Hatred. अप्रीति या वैरभाव होना। क्रोध, मान, अरति, शोक, जुगुप्सा, भय ये सभी द्वेष के ही रूप हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रमिति- किसी प्रमाण से प्राप्त जानकरी या निष्चित ज्ञान। Pramiti- Authentic knowledge
द्धिपर्वा A super knowledge of medicine. एक औषध विद्या, दिति-अदिति द्वारा नमि और विनमि विद्याधरों को दी हुई 16 निकायों की विद्याओं में एक विद्या।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रमाता- आलस्य, कशाय सहित अवस्था को प्रमाद कहते हैं। कशाय के तीव्र उदय से अच्छे कार्यों के करने में आदर भाव का न होना। चार विकथा, चार कशाय, पाँच इन्द्रियाँ, एक स्नेह औश्र एक निद्रा ये 15 प्रमाद हैं। Pramata- Knower or learned one in subject matters