दश करण!
दश करण Ten operational Karmic activities. कर्म की 10 अवस्थाएं, बन्ध , उत्कर्षण , संक्रमण, अपकर्षण, उदीरणा, सत्व, उदय, उपशम, निधत्ति और निःकाचना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दश करण Ten operational Karmic activities. कर्म की 10 अवस्थाएं, बन्ध , उत्कर्षण , संक्रमण, अपकर्षण, उदीरणा, सत्व, उदय, उपशम, निधत्ति और निःकाचना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बालुकाप्रभा – Balukaprabha. Name of the 3rd hellish land. तृतीय नरम भूमि, अपरनाम मेघा है यह २८००० योजन मोटी है “
ऋष्मिण्डन यंत्र A metallic plate engraved with auspicious and mystic words. ऋषिमण्डल स्तोत्र पर आधारित एक यंत्र विशेष ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सापेक्ष नय – Saapeksha Naya. A standpoint related to relativity. सापेक्ष नय वस्तु स्वरूप हैै जो सम्यक है एवं स्व व पर के उपकार के लिये होता है।
ऋजुमनस्कृतार्थज्ञ One having telepathic knowledge related to mental activities. मन के द्वारा किये जाने वाले कार्य को ऋजुमति मनःपर्यय ज्ञान के द्वारा जानने वाला।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
दर्शन गुण Characteristics of the right faith.प्रशम, संवेग, आस्तिक्य, अनुकंपा ये 4 सम्यग्दर्शन के गुण हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] साधु पूजा – Saadhu poojaa. Worshipping of Jaina saints. श्रावक के षट्कर्तव्यों में गुरूपास्ति नाम का एक कर्तव्य, देव गुरू, यति का पूजारूप धर्मानुराग इत्यादि ।
ऋद्धिप्राप्त आर्य Noble men (saints etc.) possessing supernatural powers. सात या आठ प्रकार की ऋद्धियों को रखने वाले जैन साधु।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रीमती – Shreematee. A respectable addressing word for a woman, The grandmother of Lord Mahavira. स्त्रियों के लिए आदर-सूचक शब्द, राजा सर्वार्थ की रानी भगवान महावीर की दादी “