आनर्थक्य!
आनर्थक्य Unnecessary, Unnecessary possession of things. अनावश्यक भोग-उपभोग के लिए आवश्यकता से अधिक वस्तु रखना (भोगोपभोग परिमाण व्रत का एक अतिचार)।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आनर्थक्य Unnecessary, Unnecessary possession of things. अनावश्यक भोग-उपभोग के लिए आवश्यकता से अधिक वस्तु रखना (भोगोपभोग परिमाण व्रत का एक अतिचार)।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सामान्य नय – Saamaanya Naya. General standpoint or attitude. सामान्य विचारधारा, नय के 42 भेदों में एक भेद । आत्मद्रव्य सामान्य नय से हार-माला-कण्ठी के डोरी की भांति व्यापक है।
एक-अजीव कर्म Karmas related to non soul matters. द्रव्य कर्म- कार्मण स्कंधों की अवस्था अजीव कर्म है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
ईषत्प्राग्भार Slightly bent, Slightly concave, The 8th land above Teenlok (all three worlds). तीन लोक के ऊपर 8 वीं भूमि 45 लाख योजन चैड़ी सिद्धशिला।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सामान्य ज्ञान – Saamaanya Gyaaana. General knowledge. द्रव्य सामान्य मात्र को ग्रहण करने वाला ज्ञान ।
आराधना Adoration, Worshipping. भक्ति सेवा सम्यग्दर्शन, सम्यग्ज्ञान, सम्यक्चारित्र, सम्यक्तप, ये 4 आराधनाऐं हैं। [[श्रेणी:शब्दकोष]] [[श्रेणी: पुत्री]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सानत्कुमार – Saanatkumaara. See-Sanatkumaara. देखें -सनत्कुमार ।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परमेष्ठी (कवि):A poet who wrote the book ‘Vagarthasangraha’.वागर्थसंग्रह पुराण की रचना करने वाले एक कवि ।