उपरितन कृष्टि!
उपरितन कृष्टि A type of krishti (gradual destruction of passions). चरम द्विचरम आदि कृष्टियों को उपरितन कृष्टि कहते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपरितन कृष्टि A type of krishti (gradual destruction of passions). चरम द्विचरम आदि कृष्टियों को उपरितन कृष्टि कहते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
जम्बूशंकपुर A city in the south of Vijayardh mountain. विजयार्ध की दक्षिण श्रेणी का नगर ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
तंत्ररत्न Name of a book written by Parthsarthi Mishra. पार्थसारथिमिश्र द्वारा रचित एक साहित्य ग्रंथ। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
छन्ना Filter cloth (a piece of cloth used for filtering the water). जल गालन अर्थात् पानी को छानने का कपड़ा ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वात्मभूत – Sarvaatmabhoota. Name of the 5th predestined Jaina-Lord (another name of Sarvayudh) भाविकालीन 5 वें तीर्थकर, अपरनाम सर्वायुध ।
उपपादयोग स्थान The place of soul before incarnation . योगों का स्थान अर्थात् आत्मा के प्रदेशों का सकंप जो नवीन शरीर धारण करने के पहले समय में होता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
छयालीस Forty six (a number). ४६ ; अर्हन्त भगवान के छयालीस गुण इत्यादि ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सर्वसंक्रमण – Sarvasankramana. All Karmic transition. अंत की फाली में शेष बचे सर्व प्रदेषो का अन्य प्रकृति रूप होना सर्वसंक्रमण है।
उपचरित स्वभाव Formal nature. स्वभाव का भी अन्यत्र उपचार करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]