निश्चल चित्त!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चल चित्त – Nishchal Chitta. Absolute concentration on the soul. सर्व द्रव्यों में रागद्वेष का अभाव तथा आत्मस्वरूप में लीन रहना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चल चित्त – Nishchal Chitta. Absolute concentration on the soul. सर्व द्रव्यों में रागद्वेष का अभाव तथा आत्मस्वरूप में लीन रहना “
द्रविड़ संघ A group of Digambar Jain saints. दिगम्बर परम्परा के अन्तर्गत एक साधु संघ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शास्त्राध्ययन – Shaastraadhyayana. Study of the scriptures and thinking over it. जिनागम का अभ्यास, पठन-पाठन करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चय वीर्य – Nishchaya Veerya. Super power of soul. शुद्ध आत्म स्वरुप की शक्ति “
दोष Faults. त्रुटि , कमी, रागद्वेष आदि 18 दोष; अरिहंट परमात्मा इनसे रहित होते हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शारीरिक दुःख – Shareerika Dukha. Physical pain. दुःख के 4 भेदों में एक भेद; रोगादि से उत्पन्न होने वाला शरीर संबंधी दुःख “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चय पंचाशत – Nishchaya Pannchaashata. Name of a treatise. शुद्धात्मस्वरुप विषयक एक ग्रंथ-पद्यनंदिपंचविंशतिका का एक अध्याय “
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == सत्पुरुष : == दट्ठूण अण्णदोसं, सप्पुरिसो लज्जिओ सयं होइ। —भगवती आराधना : ३७२ सत्पुरुष दूसरे के दोष देखकर स्वयं में लज्जा का अनुभव करता है। (वह कभी उन्हें अपने मुंह से नहीं कह पाता)।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लौकिकवाद –Laukikavaad A doctrine of customary and worldly truth,A synonym of Shrutgyan(scriptural knowledge). जिसके द्वारा लोक का कथन किया जाता है वह सिद्धांत ,श्रुतज्ञान का एक पर्यायवाची नाम “
ए The eight vowel of the Devanagari syllabary. देवनागरी वर्णमाला का आठवां स्वर।[[श्रेणी:शब्दकोष]] या Symbol for ekendriya. एकेन्द्रिय की सहनानी(संक्षिप्त सूचक)।[[श्रेणी:शब्दकोष]]