रतिशेणा!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रतिशेणा – पùप्रभु भगवान के समवषरण की गणिनी आर्यिका का नाम Ratisena-Name of the chief Aryika (Ganini) in the Samavasharan of lord Padmaprabhu
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रतिशेणा – पùप्रभु भगवान के समवषरण की गणिनी आर्यिका का नाम Ratisena-Name of the chief Aryika (Ganini) in the Samavasharan of lord Padmaprabhu
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लतावक्र – कायोत्सर्ग का एक अतिचार लता की भांति इधर उधर हिलना। Laatvakra-An infraction of meditative relaxation (Shaking of the body)
इष्ट वियोगज Origination of sorrow by the separation of desired one. इष्ट पदार्थ के वियोग होने पर उत्पन्न होने वाला दुःख। उसकी प्राप्ति की सतत चिन्ता करना दूसरा आत्र्तध्यान है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आप्तपरीक्षा A book written by ‘Acharya Vidyanandi’. आचार्य विद्यानन्दि (ई. 775-840) द्वारा रचित ईश्वर परीक्षा विषयक न्याय ग्रंथ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रज्जू – लोक को मापने का एक प्रमाण विषेश जगत्श्रेणी का सातवां भाग रज्जू कहलाता है। समस्त लोक की उचाई 14 रज्जू है। Rajju-A measurement unit of area
आबाधा काण्डक Time – lag split (reg. Karmic theory). कर्मस्थिति के जितने भेदों में एक प्रमाण वाली आबाधा है उतने स्थिति के भेदों को आबाधाकाण्डक कहते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लक्ष्मणा – राजा महासेन की रानी जो कि तीर्थकर चद्रप्रभ की माता थी। Laksmana-Mother’s name of lord Chandraphrabh
ईश्वरवाद Deism, Theism (related to faith in God). एक एकांत मत जो आत्मा को ज्ञान रहित व अनाथ एंव आत्मा के सुख-दुख स्वर्ग-नरकादि सर्व ईश्वर द्वारा किया मानता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लब्धि – प्राप्ति सम्यक्त प्राप्ति की पूर्व सामग्री, क्षयोपषन विषुद्धि प्रायोग्य देषना करण 5 लब्धिया जीव मे संयम या संयमासंयम आदि को धारण करने की योग्यताएं। अंतराय के क्षयोपषन से प्राप्त षक्ति दान लाभ भोग उपभोग वीर्य क्षायिक आदि 9 लब्धियां। Labdhi-Attainment, Different types of gain for getting salvation
तेरहपंथ A division of Jain (Digambar) religious comm-unity. दिगम्बर जैन सम्प्रदाय का एक विभाग । वर्तमान में दिगम्बर परम्परा में बीसपंथ और तेरहपंथ दो परम्पराएँ प्रचलित है। इनमें से बीसपंथ आगम सममत क्रियाओं को मानने वाला प्राचीन पंथ है एंव तेरहपंथ अनुमानित 400 वर्ष पूर्व कतिपय विद्वानों द्वारा स्थापित किया गया एक नया पंथ है।…