देव भवन!
देव भवन Abode of deities. चारों निकायों के देवों के भवन (प्रत्येक भवनों में जिनमंदिर होते हैं)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
देव भवन Abode of deities. चारों निकायों के देवों के भवन (प्रत्येक भवनों में जिनमंदिर होते हैं)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुभ तैजस शरीर – Shubha Taijasa Shareera. Auspicious lustrous body possessed by super saints. ऋद्धिधारी मुनियों के औदारिक शरीर से उत्पन्न होने वाला तेज़ और प्रभागुण से युक्त शरीर “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुभ उपयोग – Shubha Upayoga. Auspicious and right conduct. दया, दान, पूजा, व्रत, शील आदि रुपराग और चित्त-प्रसाद रूप परिणाम होना शुभोपयोग है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सुलोचन -Sulochana. One with attracting eyes, The 20th son of king Dhritrashtra. सुन्दर नेत्रों वाला, राजा धृतराष्ट्र एवं रानी गांधारी का 20 वाॅं पुत्र ।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भूपाल चतुर्विशतिका टीका – Bhupala chaturvishtika Tika. Name a commentary book written by pandit Ashadhar. पं. आशाधर (ई. ११७३-१२४३) कृत संस्क्रत टीका “
चतुर्दश मार्गणा Fourteen ways of soul quest. १४ मार्गणा ; गति , इन्द्रिय , काय , योग , वेड , कषाय ,ज्ञान ,संयम ,दर्शन , लेश्या , भाव्यत्व , सम्यक्त्य्व , संज्ञित्व , आहार ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समय भूषण – Samaya Bhooshana. Name of a composition composed by Acharya Indranandi. आचार्य इन्द्रनंदि (ई.श. 10-11) की एक रचना।
इक्षुरस Juice of sugar cane. गन्ने का रस Sugar-cane juice. गन्ने का रस जिससे शक्कर गुड आदि बनते है। इस युग के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव ने एक वर्ष उन्तालीस दिन के उपवास के पश्चात हस्तिनापुर में राजा श्रेयांस द्वारा इक्षुरस का प्रथम आहार ग्रहण किया था। Seventh island and ocean of middle universe. मध्यलोक…
चारणा Name of the chief Aryika (Ganini) in the assembly of Lord Shreyansanath. श्रेयांसनाथ भगवान के समवशरण की मुख्य गणिनी आर्यिका का नाम . दूसरा नाम ‘धारणा’ भी इंगित है ।।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मध्यम पद – Madhyam pad. A large syllaberic term. 16348307888 अक्षर के पद को मध्यम पद कहते हैं ” अंगो तथा पूर्वो के पदों की संख्या इसी पद से परिगणित होती है “