चतुर्गति-निगोद!
चतुर्गति-निगोद Falling back into the lower world from the higher form of life. इतर निगोद ; जो त्रस पर्याय पाकर फिर निगोद में उत्पन्न हुए हैं ऐसे जीव चतुर्गति निगोद कहलाते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चतुर्गति-निगोद Falling back into the lower world from the higher form of life. इतर निगोद ; जो त्रस पर्याय पाकर फिर निगोद में उत्पन्न हुए हैं ऐसे जीव चतुर्गति निगोद कहलाते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रचय – Prachaya. Accumulation, collection, Togetherness. समूह, संग्रह, संचय, साधारण मेलजोल “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संयतिका – Sanyatikaa. Synonym word for Aryika (Digambar Jain female ascetic). आर्यिका का पर्यायवाची नाम “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विद्योपजीवन – Vidyapajivana. A fault of food and hermitage related to saint (to attract donor with mystical knowledge). आहार एवं वसतिका का एक दोष; दातार को मंत्र तंत्रादि बताकर आहार एवं वसतिका प्राप्त करना साधु का विद्योपजीवी नामक दोष है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संमेदाचल महात्म्य – Sammedaachala Mahaatmya. Name of a composition written by Pandit Manaranglal. पंडित मनरंगलाल (ई. 1793-1843) द्वारा विरचित भाषा छंदबद्ध कृति “
देश चारित्र A conduct of householder at the 5th stage of spiritual development. विकल चारित्र, श्रावक का पांचवे गुणस्थान का आवरण।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] भेदग्रहण :Comprehension of something with its different dimensions. ज्ञान में वस्तु को भेद या विकल्प सहित गृहण करना “
तोता Parrot, Shap of the Viman of ‘Shukra’ Indra. एक पक्षी, शुक्र इन्द्र के विमान का आकार जिस पर बैठकर इन्द्र नंदीश्वर द्वीप की वंन्दना को जाते हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विपरीत मिथ्यात्व – Viparita. Mithyatva. Belief in wrong theory or wrong religious con-ception. मिथ्यात्व के ५ भेदों में भेद; विपरीत धर्म को यथार्थ मानना ” जैसे – पशु यज्ञ से स्वर्ण मिलेगा, परिग्रह सहित भी निग्रर्थ होता है इत्यादि “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भूतोत्तम – Bhutottama. A type of peripatetic deities. भूत जाति के व्यंन्तर देवों के सात भेदों में एक भेद “