घनलोक!
घनलोक Volume of universe. ब्रह्माण्ड (सर्व लोकाकाश ३४३ घनराजु प्रमाण) का आयतन ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
घनलोक Volume of universe. ब्रह्माण्ड (सर्व लोकाकाश ३४३ घनराजु प्रमाण) का आयतन ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोजन संपात:A type of obstacle in food donation to saints. आहारांतराय का एक भेद; साधु को आहार देते समय दाता के हाथ से आहार सामग्री का नीचे गिर जाना “
गारुड तत्त्व Soul as an ultimate being. आत्मा ; विद्वानों ने इसे शिव, गरूड़ व् अ काम कहा है क्योंकि यह आत्मा ही गुणरूपी रत्नों का समूह है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोगवती:Name of female deities of summit of Gandhamadan & Gajdant mountains. गंदमादन पर्वत के लोहिताक्ष कूट की स्वामिनी दिक्कुमारी देवी, माल्यवान्गजदंत स्थित सागर कूट की स्वामिनी देवी “
उदयस्थान Place of origination, fruition (reg. Karmas). अपने फल के उत्पन्न करने में समर्थ कर्म अवस्था।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
घटमान योगी A meditator (the one expert in meditation and Yoga). जिसको योग का ध्यान का अच्छा अभ्यास हो ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गांधार A vowel, Present Afaganistan, west side of Jahalum of Punjab, A country of Bharat kshetra in Arya khand ( a region). एक स्वर, वर्तमान कंधार या अफगानिस्तान देश देश, पंजाब के जलहुम से पश्चिम का भाग, भरत क्षेत्र आर्य खण्ड का एक देश ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वृषध्वज–Vrsadhvaja. One of the 1008 titles of Lord Jinendra जिनेन्द्र भगवन के १००८ नामों में एक नाम , धर्मध्वज को फहराने वाले “
गुणहानि स्पर्द्धक Geometric regression super variform (aggregate of karmic molecules). एक गुणहानि के स्पर्द्धकों या कर्म द्रव्य की वर्गणाओं का समूह।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पूर्व स्पर्धक – Poorva Spardhaka. Group of veriform with variated fruitional intencity of Karmic nature in wordly state. संसार अवस्था में देशघाति व सर्वघाति प्रकृतियों का जघन्य से उत्कृष्ट पर्यत्न अनुभाग रहता है, उससे युक्त स्पर्द्धक पूर्वस्पर्धक कहलाते हैं “