पुरुषत्त्व!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुरुषत्त्व – Purusattva. Man hood, Manliness, Virility. पुरुषता- पुरुषपने के समस्त गुणों से युक्त “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुरुषत्त्व – Purusattva. Man hood, Manliness, Virility. पुरुषता- पुरुषपने के समस्त गुणों से युक्त “
धर्माचार्य Religious leader, a virtuous person. गणाधिप (गणधर), चतुर्विध संघ के आचार्य। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुराणसंग्रह – Puranasamgraha. Name of books pertaining to the life history of Jaina-Lords. आचार्य दामनन्दि, श्रीचन्द्र आदि आचार्यों द्वारा २४ तीर्थंकरों के जीवन चरित्र के आधार पर रचित इस नाम के कई ग्रंथ हैं “
धर्मरूचि Devotion towards religion, Past-birth name of a Chakravarti ‘Sanatkumar’. धर्म के प्रति रूचि होना, चक्रवर्ती ‘सनत्कुमार’ के पूर्व भव का नाम। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रज्ञाभाव छेदना – Pragyaabhaava Chhedanaa. Sagacious knowledge related to 6 entries (dravyas). मतिज्ञान, श्रुतज्ञान, अवधिज्ञान, मनःपर्ययज्ञान और केवलज्ञान के द्वारा छह द्रव्यों का ज्ञान होना “
धर्म उपकार Beneficial acts to overcome one from the troubles of mundane life to get one into the right pleasure (bliss). जीवों को संसार के दुःखों से निकालकर उत्तम सुख में पहुँचाना धर्म – उपकार है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
धरण A weighing unit, Father’s name of Lord Padmaprabh, The son of Lakshaman, Name of an island situated in Videh Kshetra (region). तौल का एक प्रमाण, तीर्थंकर पद्मप्रभ के पिता, लक्ष्मण का पुत्र, विदेहक्षेत्र पूर्व दिशा में स्थित एक द्वीप।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == मोह-विजय : == णिस्सेसखीणमोहा, फलिहामलभायणुदयसमचित्तो। —पंचसंग्रह : १-१५ जिसने सम्पूर्ण मोह को पूरी तरह नष्ट कर दिया है, उस निर्मोही का चित्त स्फटिक मणि के पात्र में रखे हुए स्वच्छ जल की भाँति निर्मल हो जाता है।
धनपति Lord of wealth, The name of Lord Arahnath in the past birth. धनकुबेर (देखें-धनद), अरहरनाथ भगवान के पूर्व भव का नाम।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]