पिलखन फल!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिलखन फल – Pilakhana Phala. A non-edible fruit. एक अभक्ष्य फल “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिलखन फल – Pilakhana Phala. A non-edible fruit. एक अभक्ष्य फल “
चन्द्रगिरि A mountain at Shravanbelgola. श्रवणबेलगोला में स्थित एक पर्वत ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सूक्ष्म पदार्थ – Sukshma Padaartha. Non-perceptible matters (invisible particles etc.). सूक्ष्म अर्थात इन्द्रिय के द्वारा न जानने योग्य पदार्थ ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिंडस्थ ध्यान – Pimdastha Dhyana. Procedural meditation on soul with different concepts. पार्थिवी आदि अनेक प्रकार की धारणाओं द्वारा अपने शरीर में स्थित आत्मा का एकाग्रचित्त होकर ध्यान करना “
गृहकर्म Installation of idols in temples. गृहस्थ द्वारा करने योग्य कर्म, स्थापना निक्षेप से कर्म का एक भेद, जिनग्रहों में प्रतिमा की स्थापना करना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सुस्थिता – Susthitaa. Name of a female deity of Ruchak mountain. रूचक पर्वत वासिनी दिक्कुमारी देवी ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्यायरत्नाकर – Nyaayrtnakra. See – Nyaayaratnamaalaa देखें- न्यायरत्नाकमाला “
गुणवृद्धि Increasing series (in properties). गुणाकार रूप अधिक अधिक द्रव्य जिसमें पाया जाए ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सुवीर्य – Suveerya. Name of a king of Ikshvaku dynasty. The 46th son of king Dhritrashta. इक्ष्वाकुवंशी एक राजा । अतिवीर्य का पुत्र, उदितपराक्रम का पिता, राजा धृतराष्ट्र तथा रानी गांधारी का 46 वाॅं पुत्र ।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भवनत्रिक देव – Bhvanatrika Deva. Three type of deities (Vyantar, Jyotishka, Bhavanvasi). व्यंतर, ज्योतिष्क, भवनवासी ३ निकायों के देव को भवनत्रिक कहते हैं “