दिगम्बर वेश से ही मुक्ति
दिगम्बर वेश से ही मुक्ति परिग्रहत्याग महाव्रत में पूर्णतया संपूर्ण परिग्रहों का त्याग हो जाता है तथा आचेलक्य नामा मूलगुण में वस्त्र का सर्वथा त्याग हो जाने से दिगम्बर मुनि ही अट्ठाईस मूलगुणों के धारक साधु होते हैं। ‘इसी से स्त्री मुक्ति का भी निषेध हो जाता है।’ आर्ष ग्रन्थ में ‘‘सम्मामिच्छाइट्ठिअसंजदसम्माइट्ठिसंजदासंजदसंजदट्ठाणे णियमा पज्जत्तियाओ।।९३।।’’ मनुष्यिनियां…