गणिनी ज्ञानमती माताजी की आरती-5
श्री ज्ञानमती माताजी की आरती तर्ज—बहारो फूल बरसाओ........... जलाकर दीप खुशियों के, हम आरति करने आए हैं। हम...... तेरी इस ज्ञान सरिता से, सुधारस भरने आए हैं।। सुधा....।।टेक.।। पिता-माता की ममता तज, जगत का प्यार पाया है। गुरु श्री वीरसागर से, ज्ञानमती नाम पाया है।। तेरी उस ज्ञानमय प्रतिभा, का दर्शन करने आए...