श्री सुदर्शन मेरू की आरती
श्री सुदर्शन मेरू की आरती तर्ज—मैं तो आरती............. मैं तो आरती उतारूं रे, मेरू सुदर्शन की, जय जय जय मेरू शिखर, जय जय जय।।टेक.।। बड़े सुन्दर हैं जिनबिम्ब, मेरू के मंदिर में।मेरू के...........चारों दिशा में चार बिम्ब, मेरू के मंदिर में।।मेरू के....... भक्ति करो घूम-घूम, नृत्य करो झूम-झूम,जीवन सुधारो रे, हो हो प्यारा-प्यारा जीवन...