तेरहद्वीप रचना की आरती
तेरहद्वीप रचना की आरती आरति करो रे, तेरहद्वीपों के जिनबिम्बों की आरति करो रे।। टेक.।। तीन लोक में मध्यलोक के अंदर द्वीप असंख्य कहे। उनमें से तेरहद्वीपों में अकृत्रिम जिनबिंब रहें।। आरति करो, आरति करो, आरति करो रे, चउ शत अट्ठावन जिनमंदिर की आरति करो रे।।१।। इनमें ढाई द्वीपों तक ही मनुज क्षेत्र...