धैवती!
धैवती Something one pertainting to a vocal tune. संगीत के षड्ज स्वर से सम्बंध रखने वाली एक जाति। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
धैवती Something one pertainting to a vocal tune. संगीत के षड्ज स्वर से सम्बंध रखने वाली एक जाति। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रणेता – Pranetaa. Founder, Maker, Composer. संस्थापक, रचनाकार “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुष्पदंत (आचार्य) – Puspadamta (Acarya). Name of an Acharya of Moolsangh, who wrote Shatkhandagam (a great Jaina treatise). मुलसंघ के एक आचार्य; धरसेनाचार्य के पादमुल में ज्ञान प्राप्त करके षट्खंडागम की रचना की, ये अंगांशधारी थे. इस नाम से और भी आचार्य हुए “
धूपदशमी व्रत A vow (fasting) on the day of Dhupadashmi, one of the Jaina festival. दशलक्षण पर्व में आने वाली दशमी को शीतलनाथ भगवान की पूजा- जाप्य एवं उपवास करना। धूपदशमी के दिन मंदिरों में सामूहिकरूप में अग्नि में धूप खेने की प्राचीन परम्परा है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुष्कर – Puskara. Name of a Viman (heavenly abode) of Achyut heaven. अच्युत स्वर्ग का एक विमान “
धारणा Retention of known objects. मतिज्ञान के 4 भेदों में एक भेद ; अवायज्ञान के द्वारा जाने गये पदार्थ का विस्मरण नहीं होना।[[श्रेणी: शब्दकोष ]] या 5 conceptual stages of meditation (Pindastha). पिण्डस्थ ध्यान की 5 धारणाएँ मानी हैं- पार्थिवी , आग्नेयी, वायवी, वारूणी एंव तत्वरूपवती। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुरुदेवचंपू – Purudevacampu. Name of a book written by Arhaddas. अर्हद्दास (उत्तरार्ध ई. श. १३) द्वारा रचित ॠषभचरित्र विषयक एक ग्रंथ “
धर्मोपदेष्टा Preceptor, Religious teacher (saint or sage). वक्ता धर्म का उपदेश देने वाला , जो समस्त श्रुत को जानता है एंव जिसके मन, वचन, काय की प्रवृत्ति शुद्ध है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]