पद तल!
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पद तल : Sole of feet पैरों के नीचे का भाग (तलुआ) ।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वृक्षमूल –Vrksamula. Root of trees, A type of meditation to be observed under the tree. वृक्ष की जड़, एक प्रकार का योग, वर्षाकाल में वृक्ष के नीचे ध्यान लगाना, वृक्षमूल योग कहलाता हैं
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शिखंडी – Shikhandee. Peacock, Lock of unshaved hair, Name of a son of Drupad. मयूर, बालों की चोटी, द्रुपद राजा का पुत्र-इसके बाणों से ताडित होकर भीष्म पितामह ने सन्यास धारण किया था “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चयावलंबी – Nishchayaavalambee. Saint having absolute devotion in spiritualism. साधु; जो निश्चय व अभेद रत्नत्रय की साधाना करते है “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पतन:Decay, decline, An obstacle in saints food (sudden falling down of a saint while taking food). गिरना, च्युत होना, आहार लेते समय यदि साधु मूर्छा आदि आने से गिर पड़ते है तो यह पतन नाम का अंतराय है।
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मूककेवली–Mukakevali. Silent omniscient (having without resonant sound). कोई–कोई केवली उपदेश नहीं देता अर्थात दिव्यध्वनी नहीं खिरती उन्हें एककेवली कहते है”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शास्त्र पठन – Shaastra Pathana. The study of scriptures and thinking over it. स्वाध्याय या आगम शास्त्रों का अध्ययन करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चय वात्सल्य – Nishchaya Vaatsalya. To keep real affection for soul. मुनियों द्वारा रागादि विकल्पों से रहित आनंदरूप सुखमय आत्मा के प्रति प्रीति करना “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पटदेवी : The chief female deities of Indras. भवनवासी इन्द्रो की देवियाॅं, प्रधान देवी, पटरानी, महिषी ।
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मुंड– Mund. Controlling of sensual organs for following non–violence. 5 इन्द्रियों को वश में करना, 5 इन्द्रिय, वचन, हस्त, पाद, मन और शरीर बिना प्रयोजन काम में ना लेना, यह मुंडन कहलाता है ” इससेअहिंसा का पालन होता हैं “