निरालंब ध्यान!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निरालंब ध्यान – Niraalamba Dhyaana. Supreme meditation. आलम्बन रहित शुक्ल ध्यान, जहाँ पर ध्यान, ध्येय एवं ध्याता का कोई विकल्प नहीं होता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निरालंब ध्यान – Niraalamba Dhyaana. Supreme meditation. आलम्बन रहित शुक्ल ध्यान, जहाँ पर ध्यान, ध्येय एवं ध्याता का कोई विकल्प नहीं होता है “
धर्मसंग्रह A book written by a poet Medhavi. 10 अधिकारों में बंद्ध कवि मेधावी (वि. 1541) की एक रचना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संयोगवाद – Sanyogavaada. A doctrine believing the accomplishment of everything by alliance of matters. वस्तुओं के संयोग से ही सर्वकार्य की सिद्धि मानने वाला एकांत मत “
धर्ममंत्र Auspicious mystic words. गर्भाधान आदि क्रियाओं में व्यवह्रत पीठिका और जाति मंत्र। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकाग्र –Lokaagra: The supreme place of salvation (Siddha shila) . मोक्ष ,सिद्धालय या लोक का शिखर “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निरंश – Niransha. Non – divisible particles. अवयव रहित: अखंड परमाणु, द्रव्यार्थिक नय से परमाणु में निरंशपना होता है “
धर्मचक्री Lord Jinendra having Dharmachakra ahead. जिनेन्द्र देव ; इनके आगे धर्मचक्र चलता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकबाधित – Lokabaadhit.: A fallacy of universal obstruction . बाधित हेत्वाभास का एक भेद ;जिस हेतु के साध्य में लोक से बाधा आती है “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परिपुष्ट: Stout, strong well-nourished. पुष्ट, दृढ, स्थूल शरीर वाला “